Sultanpur News: उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर जिले में आज रामचेत मोची का निधन हो गया। वह लंबे समय से कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। उनके निधन से पूरे इलाके में शोक की लहर है। रामचेत मोची हाल ही में बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान चर्चा में आए थे, जब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने उनका नाम अपने चुनाव प्रचार में लिया था। इस दुखद खबर के बाद राहुल गांधी ने रामचेत मोची के परिजनों से फोन पर बात की और अपनी शोक संवेदना व्यक्त की। साथ ही, उन्होंने अमेठी और सुल्तानपुर से कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल भेजकर मदद का आश्वासन भी दिया।
Sultanpur News: राहुल गांधी और रामचेत मोची की मुलाकात की दिलचस्प कहानी
रामचेत मोची का जीवन संघर्षों से भरा हुआ था। कूरेभार थाना क्षेत्र के ढेसरुआ गांव के निवासी रामचेत मोची विधायक नगर चौराहे पर जूते-चप्पल सिलने की गुमटी लगाकर अपना गुजारा करते थे। एक साल पहले, जब राहुल गांधी सुल्तानपुर में एक न्यायालय मामले के सिलसिले में आए थे, तब उनका काफिला अचानक रामचेत मोची की दुकान पर रुका। इस मौके पर राहुल गांधी ने रामचेत से मुलाकात की, उनका हालचाल लिया और उनके साथ जूते-चप्पल सिलाई का तरीका भी सीखा। राहुल गांधी के इस कदम से न केवल रामचेत मोची को तसल्ली मिली, बल्कि उनके जीवन में एक नया मोड़ आया।
Sultanpur News: राहुल गांधी ने की मदद, व्यवसाय में आई वृद्धि
राहुल गांधी ने रामचेत मोची की स्थिति को समझते हुए उन्हें रॉ मैटेरियल भी भेजा, जिससे उनके जूते-चप्पल बनाने का व्यवसाय बढ़ा। इसके बाद राहुल ने रामचेत को दिल्ली बुलाकर अपनी मां सोनिया गांधी और बहन प्रियंका वाड्रा से मिलवाया। इस दौरान रामचेत ने अपने हाथों से बनाए जूते-चप्पल राहुल, सोनिया और प्रियंका को भेंट किए। राहुल गांधी की मदद से मोची का व्यवसाय ठीक चलने लगा, लेकिन हाल ही में रामचेत की तबियत बिगड़ी और उन्हें कैंसर और टीबी जैसी गंभीर बीमारियों का पता चला।
Sultanpur News: प्रयागराज में इलाज जारी था
रामचेत मोची की बीमारियों को लेकर जब उनके परिवार ने राहुल गांधी से मदद की अपील की, तो राहुल गांधी ने उन्हें प्रयागराज के एक कैंसर अस्पताल में इलाज करवाने का इंतजाम किया। हालांकि, इन सब प्रयासों के बावजूद रामचेत मोची की तबियत में सुधार नहीं हो पाया और आज सुबह उनका निधन हो गया। राहुल गांधी को जैसे ही रामचेत के निधन की खबर मिली, उन्होंने तुरंत उनके बेटे राघवराम से बात की और शोक व्यक्त किया। इसके साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस पार्टी इस दुख की घड़ी में उनके परिवार के साथ है और हर संभव मदद की जाएगी।
राहुल गांधी के निर्देश पर कांग्रेस नेताओं ने दी शोक संवेदना
राहुल गांधी के निर्देश पर अमेठी केंद्रीय कांग्रेस कार्यालय प्रभारी बृजेश तिवारी, सुल्तानपुर कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा समेत कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने रामचेत मोची के घर जाकर शोक संवेदना व्यक्त की। इस दौरान, राहुल गांधी की तरफ से भेजी गई आर्थिक मदद भी रामचेत के परिवार को सौंपी गई। कांग्रेस नेताओं ने इस दुखद घड़ी में परिवार के साथ खड़े रहने का भरोसा दिलाया और मदद का आश्वासन दिया।
संघर्ष और मदद की मिसाल बने रामचेत मोची
रामचेत मोची का जीवन संघर्षों और कठिनाइयों से भरा हुआ था, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। उनके जीवन की कहानी यह दिखाती है कि सही मदद और समर्थन से किसी की स्थिति बदल सकती है। राहुल गांधी के साथ उनकी मुलाकात और बाद में मिली मदद ने उनके जीवन में कुछ बेहतर बदलाव किए, लेकिन दुर्भाग्यवश वह ज्यादा समय तक इस मदद का लाभ नहीं उठा पाए। उनके परिवार और समाज के लिए उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
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