Surya Grahan 2025: आज, साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है, जो विशेष रूप से शनि अमावस्या के साथ संयोग बना रहा है। हालांकि यह सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा, फिर भी इसके प्रभाव को लेकर लोगों को कुछ सावधानी बरतनी होगी। इस ग्रहण के साथ शनि देव मीन राशि में गोचर करेंगे और अगले ढाई वर्ष तक इसी राशि में रहेंगे। इस समय को लेकर खास ध्यान रखने की जरूरत है, खासकर कुछ कार्यों से दूर रहना चाहिए।
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सूर्य ग्रहण का समय और अवधि

सूर्य ग्रहण भारतीय समय के अनुसार, आज दोपहर 2:21 बजे से प्रारंभ होगा और शाम 6:14 बजे तक रहेगा। इसकी कुल अवधि 3 घंटे 53 मिनट की होगी। हालांकि यह ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा, इसलिए लोगों को इस दौरान सूतक या ग्रहण काल से चिंतित होने की कोई आवश्यकता नहीं है। फिर भी, सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या के संयोग में कुछ कार्यों से बचना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान नए कार्यों से बचना होगा
सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या के संयोग में कोई भी नया कार्य शुरू करना शुभ नहीं माना जाता। व्यापार सौदे, भवन निर्माण या किसी महत्वपूर्ण निर्णय को लेने में भी सावधानी बरतनी चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, बेहतर होगा कि इस समय इन कार्यों को कुछ समय के लिए टाल दिया जाए, क्योंकि ग्रहण और शनि की स्थिति इन कार्यों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
शादी-विवाह और शुभ कार्यों से दूर रहें

सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या के संयोग में शादी विवाह से जुड़े कार्यों से बचना चाहिए। इस दौरान गृह प्रवेश या किसी भी प्रकार के शुभ कार्यों को टालने की सलाह दी जाती है। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, ग्रहण का नकारात्मक प्रभाव शुभ कार्यों पर पड़ सकता है, जिससे जीवन में परेशानियां आ सकती हैं।
मांस-मदिरा और नशीले पदार्थों से बचें
सूर्य ग्रहण के दौरान मांसाहार, शराब या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन भी अशुभ माना जाता है। यह समय सात्विक भोजन करने का है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस दिन फल, दही और शाकाहारी भोजन करना उत्तम रहेगा, ताकि शरीर और मन की शुद्धि बनी रहे।
बाल और नाखून कटवाने से बचें

ग्रहण के समय हेयरकट, शेविंग या नाखून कटवाना भी वर्जित माना जाता है। इस दौरान शरीर को स्वच्छ रखना चाहिए और स्नान के बाद ही कोई शुभ कार्य करना चाहिए। यह समय विशेष रूप से मानसिक और शारीरिक शुद्धता बनाए रखने के लिए उपयुक्त है।
घर में वाद-विवाद से दूर रहें, शांति बनाए रखें
सूर्य ग्रहण के दौरान घर में लड़ाई-झगड़े या वाद-विवाद से बचना चाहिए। इस समय में अगर लोग आपस में झगड़ते हैं, तो स्थिति और भी बिगड़ सकती है। जीवन में अनचाही कठिनाइयां उत्पन्न हो सकती हैं, इसलिए इस समय शांति और सद्भाव बनाए रखना जरूरी है।
बड़ों का सम्मान करें

सूर्य ग्रहण के दिन बड़ों का अपमान न करें. इस दिन विशेष रूप से माता-पिता और अन्य बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए। उन्हें किसी भी प्रकार से मानसिक कष्ट नहीं देना चाहिए, क्योंकि ऐसा करने से शनि देव की कृपा रुक सकती है और जीवन में रुकावटें आ सकती हैं। इस समय बड़ों के प्रति सम्मान और विनम्रता रखना आवश्यक है।यह सूर्य ग्रहण और शनि अमावस्या का संयोग विशेष रूप से ध्यान और सावधानी की मांग करता है। लोगों को इन दिशानिर्देशों का पालन करके इस ग्रहण के प्रभाव से बचने का प्रयास करना चाहिए।