Swachh Survekshan 2025: नई दिल्ली में गुरुवार को आयोजित स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 अवॉर्ड समारोह में इंदौर ने एक बार फिर देश के सबसे स्वच्छ शहर का खिताब अपने नाम किया। वहीं, 10 लाख से अधिक आबादी वाले शहरों की श्रेणी में गुजरात का अहमदाबाद शीर्ष पर रहा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की उपस्थिति में 74 अवॉर्ड 75 शहरों को चार प्रमुख श्रेणियों में प्रदान किए गए। इस आयोजन में केंद्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्री मनोहर लाल भी मौजूद रहे।
Read more: Mosquito Killer Machine: मच्छर भगाने के लिए करते हैं तमाम उपकरण का इस्तेमाल, तो हो जाइए सावधान!
अहमदाबाद बना सबसे स्वच्छ बड़ा शहर
स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 में देश के सबसे साफ शहरों में मध्य प्रदेश का इंदौर फिर से पहले स्थान पर रहा। छत्तीसगढ़ का अंबिकापुर दूसरे और कर्नाटक का मैसूर तीसरे स्थान पर रहा। वहीं, गुजरात के अहमदाबाद को बड़ी आबादी वाले शहरों (10 लाख से अधिक) में सबसे स्वच्छ शहर घोषित किया गया। गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने 2036 ओलंपिक खेलों की दावेदारी के लिए अहमदाबाद को चुना है, जिससे शहर की स्वच्छता और वैश्विक महत्व को भी बल मिला है।
इंदौर, सूरत और नवी मुंबई को मिला सुपर स्वच्छ लीग अवॉर्ड
उन शहरों को जो पिछले वर्षों में लगातार टॉप तीन में रहे हैं, उन्हें ‘सुपर स्वच्छ लीग अवॉर्ड’ से नवाजा गया। इसमें इंदौर, सूरत और नवी मुंबई शामिल रहे। यह अवॉर्ड निरंतर उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए दिया गया। यह पहल उन शहरों को सम्मानित करने की दिशा में है जिन्होंने स्वच्छता में लगातार नये मानदंड स्थापित किए हैं।
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल बोले
केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यह स्वच्छ भारत मिशन का 11वां वर्ष और अवॉर्ड का 9वां संस्करण है। उन्होंने कहा कि आज देश के अधिकतर शहर खुले में शौच से मुक्त होकर ODF++ श्रेणी में आ चुके हैं। यह परिवर्तनकारी यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में संभव हुई है, जिन्होंने पहली बार लाल किले से स्वच्छता का आह्वान किया था। यह सफलता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित की गई।
‘ईच वन क्लीन वन’ के तहत नई पहल
मनोरहर लाल ने बताया कि मंत्रालय एक नई पहल की शुरुआत कर रहा है – ‘स्वच्छ सिटी पार्टनरशिप’। इस योजना के तहत अच्छी रैंक हासिल करने वाले शहर, कम रैंक पाने वाले शहरों को मार्गदर्शन देंगे। यह ‘ईच वन टीच वन’ की तर्ज पर ‘ईच वन क्लीन वन’ अभियान होगा, जिसमें शहर एक-दूसरे को स्वच्छता के मंत्र सिखाएंगे।
सूरत और नवी मुंबई को विशेष श्रेणी में सम्मान
अवॉर्ड समारोह में सूरत को ‘सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट’ में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया, जबकि नवी मुंबई को ‘बेस्ट सिटीजन फीडबैक’ के लिए अवॉर्ड मिला। इन पुरस्कारों से साफ है कि अब स्वच्छता केवल सफाई तक सीमित नहीं, बल्कि नागरिक भागीदारी और ठोस कचरा प्रबंधन तक फैली हुई है।
स्वच्छ सर्वेक्षण 2025 ने यह सिद्ध कर दिया है कि निरंतर प्रयास, नागरिक सहभागिता और प्रशासनिक प्रतिबद्धता के साथ कोई भी शहर स्वच्छता की ऊंचाइयों को छू सकता है। अब देश ‘स्वच्छ भारत’ से ‘संपन्न भारत’ की ओर बढ़ रहा है।
Read more: Odisha Bandh: बालासोर मामले में विपक्ष सड़कों पर, बस सेवा ठप, दुकानें बंद, NH-16 पर चक्का जाम

