Swiggy: भारत की प्रमुख फूड और ग्रॉसरी डिलिवरी प्लेटफॉर्म स्विगी को आयकर विभाग की ओर से 158 करोड़ रुपये से अधिक के कर नोटिस का सामना करना पड़ा है। यह नोटिस 2021 के अप्रैल से 2022 के मार्च की अवधि के दौरान जारी किया गया था। कंपनी ने अपने एक्सचेंज फाइलिंग में इस आदेश के बारे में जानकारी दी, जिसमें 1,58,25,80,987 रुपये की अतिरिक्त आय जोड़ी गई है।
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आयकर नोटिस में इन उल्लंघनों का जिक्र

स्विगी पर आरोप है कि उसने मर्चेंट्स को दिए गए कैंसलेशन चार्ज को आयकर एक्ट, 1961 की धारा 37 के तहत गलत तरीके से मान्यता दी। इसके साथ ही, कंपनी ने आयकर रिफंड पर प्राप्त ब्याज को टैक्स योग्य आय में शामिल नहीं किया। ये उल्लंघन कथित तौर पर स्विगी के कर निर्धारण में जुड़ी हुई विसंगतियों से जुड़े हैं। आयकर विभाग ने इसी आधार पर अतिरिक्त आय को कर योग्य माना है।
स्विगी का क्या कहना है ?
स्विगी का मानना है कि इस आदेश के खिलाफ उसके पास मजबूत कानूनी मामला है। कंपनी ने कहा कि वह समीक्षा और अपील प्रक्रिया के माध्यम से इस आदेश का विरोध करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। कंपनी ने यह भी स्पष्ट किया कि इस आदेश का उसके वित्तीय और परिचालन पर कोई बड़ा प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। स्विगी ने अपने निवेशकों को यह आश्वासन दिया कि कंपनी के मौजूदा व्यापारिक गतिविधियों पर इसका कोई बड़ा असर नहीं होगा।
स्विगी: एक लोकप्रिय फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म

स्विगी 2014 में स्थापित एक पॉपुलर ऑनलाइन फूड ऑर्डरिंग और डिलिवरी प्लेटफॉर्म है। यह उपयोगकर्ताओं को रेस्टोरेंट से खाना ऑर्डर करने और उसे घर तक डिलीवर करने की सेवा प्रदान करता है। स्विगी शहरों की व्यस्त जीवनशैली में खासा लोकप्रिय हो गया है, जहां लोग थक कर ऑफिस से घर लौटते हैं और उन्हें खाना बनाने का समय नहीं मिल पाता। ऐसे में स्विगी के माध्यम से मिनटों में ताजा खाना पहुंचाना बहुत सुविधाजनक हो जाता है।
स्विगी के शेयरों में गिरावट

स्विगी के लिए एक और चुनौती यह है कि कंपनी के शेयरों में पिछले कुछ समय में भारी गिरावट आई है। स्विगी का स्टॉक 13 नवंबर 2024 को शेयर बाजार में लिस्ट हुआ था, और इसके बाद से ही कंपनी के शेयरों में दबाव देखा जा रहा है। पिछले तीन महीनों में स्विगी के शेयरों में 38.88% की गिरावट आई है। इसके कारण कंपनी के निवेशकों में चिंता की लहर है, हालांकि स्विगी का कहना है कि वह इस चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है।
कंपनी के लिए बड़ी चुनौती
स्विगी को आयकर विभाग से आया यह कर नोटिस कंपनी के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है, लेकिन उसने इस मामले में अपनी स्थिति को मजबूत बताते हुए कहा है कि वह इसे कानूनी प्रक्रिया के माध्यम से हल करने के लिए पूरी तरह तैयार है। फिलहाल, स्विगी के निवेशकों को यह आश्वासन दिया गया है कि कंपनी पर इसका कोई बड़ा प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा और वह अपने व्यवसाय को आगे बढ़ाएगी।
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