भारतीय लोगो में फास्ट फूड की बढ़ती मांगो के बीच, ऑनलाइन फूड एग्रीगेटर्स (Food Aggregators) जैसे zomato और Swiggy तेजी से होड़ बढ़ रही हैं। इन कंपनियों ने अपनी नई सुविधाओं और ऐप्स के जरिये से ऍंजे ग्राहकों को तेजी से फूड डिलीवरी की सेवाएं देने का वादा किया है। zomato ने अपने ऐप पर “डिलीवर इन 15 मिनट” ऑप्शन पेश किया है, जिससे 1.5 किलोमीटर तक के फूड डिलीवरी लोकेशन पर ग्राहक 15 मिनट के अंदर खाना प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, यह सेवा सभी जगह उपलब्ध नहीं है, बल्कि यह विशेष रूप से सीमित स्थानों पर लागू होती है।
क्या ह्नै Snacc?

स्वीगी (Swiggy) ने भी अपनी बढ़ती प्रतिस्पर्धा को ध्यान में रखते हुए नए ऐप “Snacc” को लॉन्च किया, जो 7 जनवरी 2024 को लाइव हुआ था। यह ऐप विशेष रूप से ब्रेकफास्ट, कॉफी, बेक्स, कोल्ड ब्रिवरेज, एग और प्रोटीन जैसे खाने की श्रेणियों में डिलीवरी प्रदान करता है।इसके अलावा, स्विग्गी (Swiggy) ने अपनी “Bolt” सर्विस भी लॉन्च की है, जो 10 मिनट में फूड डिलीवरी का दावा करती है। Bolt को 6 शहरों से शुरू किया गया था और अब यह 400 शहरों में उपलब्ध है।इस प्रतिस्पर्धी बाजार में कंपनियां तेजी से अपनी सेवाओं का विस्तार कर रही हैं और ग्राहकों को और भी तेज और बेहतर फूड डिलीवरी का अनुभव देने का प्रयास कर रही हैं।
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क्या खासियत है Swiggy Bolt सर्विस में ?

यह ऐप मुख्य रूप से फास्ट फूड और रेडी-टू-ईट फूड बेचने के लिए बनाई गई है और Swiggy Bolt सर्विस से अलग है। Snacc ऐप की खासियत यह है कि…. यह Blinkit के Bistro और Zepto के Cafe जैसी सर्विस से मिलती-जुलती है, जो दोनों ही कंपनियां 15 मिनट के भीतर फूड डिलीवरी का वादा कर रही हैं। इससे इन कंपनियों के बीच नए प्रतिस्पर्धा का माहौल बन रहा है, क्योंकि हर कंपनी ग्राहक को तेजी से सेवा देने के लिए नई रणनीतियां अपना रही है।

फूड डिलीवरी से कितने तिमाही हुआ मुनाफा?
जोमैटो (Zomato) का वित्तीय प्रदर्शन इस तिमाही में बहुत अच्छा रहा है, जिसमें उसने महत्वपूर्ण मुनाफे और राजस्व वृद्धि दर्ज की है। जुलाई-सितंबर तिमाही में कंपनी का मुनाफा 388% बढ़कर 176 करोड़ रुपए हो गया, जबकि पिछले साल की समान तिमाही में यह केवल 36 करोड़ रुपए था। इसके अलावा, कंपनी का राजस्व भी 68.50% बढ़कर 4,799 करोड़ रुपए हो गया, जो पिछले साल 2,848 करोड़ रुपए था।

इस वृद्धि से यह स्पष्ट है कि जोमैटो का व्यवसाय बढ़ रहा है और फूड डिलीवरी सेक्टर में उसका प्रभाव भी मजबूत हो रहा है।यह वृद्धि भारतीय फूड डिलीवरी मार्केट में प्रतिस्पर्धा को और भी तीव्र बना रही है, खासकर नए सेवाओं के लॉन्च और कंपनी की वित्तीय सफलता के चलते। इसके परिणामस्वरूप ग्राहकों को अधिक विकल्प मिल रहे हैं, जो उनके लिए फायदेमंद है, क्योंकि कंपनियां अपनी सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही हैं।