Operation Sindoor को लेकर सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती का बड़ा बयान…”ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया है, वह काबिल-ए-तारीफ”

सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को एक धार्मिक और मानवीय कर्तव्य बताया।

Shilpi Jaiswal
Syed Naseruddin Chishti
Syed Naseruddin Chishti

Operation Sindoor:अजमेर से एक बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है। ऑल इंडिया सूफी सज्जादानशीन काउंसिल के चेयरमैन सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने ऑपरेशन सिंदूर को लेकर बयान देते हुए कहा कि भारत ने अपनी ताकत दुनिया को दिखा दी है। उन्होंने कहा कि देश की सेना ने जिस तरह से पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर तबाह किया है, वह काबिल-ए-तारीफ है।

सैन्यकर्मियों को सलाम है और सरकार का शुक्रिया

उन्होंने कहा, “मैं सभी सैन्यकर्मियों को सलाम करता हूं और सरकार का भी दिल से शुक्रिया अदा करता हूं। खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने देश की जनता की भावनाओं को समझा और समय पर एक सख्त फैसला लिया।”

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देश की नहीं इंसानियत की है लड़ाई

सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को एक धार्मिक और मानवीय कर्तव्य बताया। उन्होंने कहा कि “हम सभी मिलकर आतंकवाद को जड़ से उखाड़ फेंकेंगे। यह सिर्फ एक देश की नहीं, बल्कि इंसानियत की लड़ाई है।”

सिंदूर के प्रतीकात्मक पर की बात

उन्होंने सिंदूर के प्रतीकात्मक महत्व की बात करते हुए कहा, “हमारी संस्कृति में सिंदूर का विशेष स्थान है, यह विवाहित महिलाओं की पहचान होता है। लेकिन पहलगाम में हुए हमले में कई महिलाओं ने अपने पति खो दिए। ऑपरेशन सिंदूर के ज़रिए हमने उन आंसुओं का बदला लिया है। यह सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, बल्कि भावनात्मक जवाब भी है।”

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राजनीतिक और धार्मिक संगठन

इससे पहले पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में रोष का माहौल था। आम जनता से लेकर राजनीतिक और धार्मिक संगठन तक एक सुर में मांग कर रहे थे कि इस हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाए। ऐसे में भारतीय सेना की यह कार्रवाई और “ऑपरेशन सिंदूर” को लेकर देशभर में समर्थन और सराहना मिल रही है। चिश्ती ने अंत में यह भी कहा कि भारत शांति चाहता है लेकिन अगर कोई देश या संगठन आतंक का रास्ता अपनाएगा, तो भारत अब चुप नहीं बैठेगा। उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे एकजुट होकर देश के साथ खड़े रहें और नफरत फैलाने वालों से सावधान रहें।

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