Tahawwur Rana: मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा को अमेरिकी हिरासत से भारत लाए जाने के बाद उसकी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। तहव्वुर राणा को दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर लैंड करने के बाद सीधे राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के मुख्यालय लाया जाएगा। इस दौरान, सुरक्षा के मद्देनजर एयरपोर्ट और NIA मुख्यालय के आसपास अर्धसैनिक बलों की टुकड़ियां तैनात की गई हैं। विशेष विमान के जरिए तहव्वुर राणा को भारत लाया गया, जो शाम के 6 बजकर 22 मिनट पर दिल्ली के पालम एयरपोर्ट पर उतरा। एयरपोर्ट पर पहले से डॉक्टरों की टीम मौजूद थी, जो उसका मेडिकल चेकअप करेगी।
NIA ने मुख्यालय तक रखी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
NIA ने राणा को दिल्ली एयरपोर्ट से मुख्यालय तक लाने के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के SWAT कमांडो एयरपोर्ट पर तैनात हैं, और वे पूरे काफिले की सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। राणा को बुलेटप्रूफ वाहन में NIA मुख्यालय ले जाया जाएगा। सुरक्षा बलों की तैनाती और सख्त बैरिकेडिंग के बीच तहव्वुर राणा को इस महत्वपूर्ण मामले में अदालत में पेश किया जाएगा।
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कोर्ट में सुरक्षा के कड़े इंतजाम
पटियाला हाउस कोर्ट में तहव्वुर राणा को पेश किए जाने की प्रक्रिया के तहत भी सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। कोर्ट परिसर और उसके आसपास भारी संख्या में अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि राणा को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाएगा या फिर व्यक्तिगत रूप से कोर्ट में लाया जाएगा। एनआईए द्वारा जनवरी महीने में पटियाला हाउस कोर्ट में इस केस से जुड़े दस्तावेज मंगवा लिए गए थे, जिससे आगे की सुनवाई यहीं होने की संभावना है।
कोर्ट में राणा के बयानों से होगा खुलासा
कोर्ट में तहव्वुर राणा की पेशी को लेकर सुरक्षा बलों ने पहले ही अतिरिक्त चौकसी बरतनी शुरू कर दी है। ड्यूटी मजिस्ट्रेट दोपहर 2 बजे तक कोर्ट पहुंचेंगे। यह मामला अत्यधिक संवेदनशील माना जा रहा है, और राणा के बयानों से इस मामले में और भी बड़े खुलासे होने की उम्मीद है। एनआईए को विश्वास है कि राणा के जरिए मुंबई हमले की साजिश के अन्य पहलुओं से पर्दा उठ सकता है।
वहीं, यह भी कहा जा रहा है कि राणा के खिलाफ कई देशों में केस दर्ज हैं और उसकी गिरफ्तारी के बाद भारत में उसके खिलाफ आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी। इस घटना ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच आतंकवाद को लेकर तनाव को बढ़ा दिया है, और अब सुरक्षा एजेंसियों को यह चुनौती है कि वे राणा के बयान और उसके कनेक्शनों को पूरी तरह से उजागर करें।

