Teachers Day 2025: भारत में हर साल 5 सितंबर को Teachers Day बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। यह दिन केवल एक औपचारिक उत्सव नहीं है, बल्कि गुरु-शिष्य के पवित्र रिश्ते की महत्ता को समझने और सम्मानित करने का विशेष अवसर है। भारतीय संस्कृति में गुरु का स्थान अत्यंत ऊँचा माना जाता है, जहां कहा जाता है “गुरु बिना ज्ञान नहीं, ज्ञान बिना जीवन नहीं।” इसलिए पूरे देश में 5 सितंबर का दिन शिक्षकों को समर्पित किया जाता है। ऐसे में हम आपको शिक्षक दिवस से जुड़ी जानकारी प्रदान कर रहे हैं तो आइए जानते हैं।
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5 सितंबर को क्यों मनाते हैं शिक्षक दिवस?

उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें 1954 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया, जबकि 1963 में ब्रिटेन के रॉयल ऑर्डर ऑफ़ मेरिट की मानद सदस्यता से नवाज़ा गया। 1962 में जब वे भारत के राष्ट्रपति बने, तब कुछ छात्रों ने उनसे उनकी जयंती पर जश्न मनाने की अनुमति मांगी। डॉ. राधाकृष्णन ने कहा कि उनके जन्मदिन के बजाय इस दिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए ताकि शिक्षक समुदाय का सम्मान हो। तभी से 5 सितंबर को Teachers Day के रूप में मनाने की परंपरा शुरू हुई।
शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है?
भारत के हर स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में 5 सितंबर को विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। छात्र इस दिन भाषण, नाटक, गीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अपने शिक्षकों को सम्मानित करते हैं। कई जगह बड़े छात्र शिक्षक की भूमिका निभाकर छोटे बच्चों को पढ़ाते हैं, जिससे शिक्षक की महत्ता का एहसास और बढ़ता है। छात्र अपने शिक्षकों को गिफ्ट्स, कार्ड्स और फूल भी देकर उनका आभार जताते हैं।
कुल मिलाकर, शिक्षक दिवस एक ऐसा दिन है जब पूरा देश अपने गुरुजनों को सलाम करता है, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम से लाखों छात्रों का भविष्य संवराया है। यह दिन गुरु-शिष्य परंपरा को जीवित रखने और शिक्षा के महत्व को समझने का एक खास अवसर है।

