Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की हलचल के बीच नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बुधवार को हाजीपुर स्थित समाहरणालय में राघोपुर सीट से नामांकन दाखिल किया। दोपहर करीब 1:20 बजे वे अपने पिता और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, मां राबड़ी देवी और बहन मीसा भारती के साथ नामांकन करने पहुंचे। इससे पहले तेजस्वी यादव इस सीट से 2015 और 2020 में भी जीत दर्ज कर चुके हैं।
नामांकन में दिखा जबरदस्त उत्साह
बताते चले कि, नामांकन के दौरान तेजस्वी यादव के समर्थकों का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोग उनके समर्थन में समाहरणालय पहुंचे। मौके पर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। तेजस्वी ने समर्थकों का हाथ हिलाकर अभिवादन स्वीकार किया।
अकेले दम पर संभालेंगे प्रचार की कमान
राजद के करीबी सूत्रों की मानें तो तेजस्वी यादव हर दिन औसतन 15 चुनावी सभाओं को संबोधित करेंगे। महागठबंधन में वे एकमात्र ऐसा चेहरा हैं जिनकी मांग सभी घटक दलों के प्रत्याशियों के बीच है। प्रचार अभियान की रणनीति इस तरह तैयार की जा रही है कि तेजस्वी अधिक से अधिक विधानसभा क्षेत्रों में पहुंचकर महागठबंधन के पक्ष में माहौल बना सकें।
महागठबंधन के प्रत्याशियों में तेजस्वी को लेकर जबरदस्त क्रेज
राजद समेत महागठबंधन के सभी घटक दल अपने उम्मीदवारों के लिए तेजस्वी यादव की रैलियों की मांग कर रहे हैं। सभी चाहते हैं कि नेता प्रतिपक्ष उनके निर्वाचन क्षेत्र में आएं और प्रचार करें। इससे साफ है कि तेजस्वी यादव की लोकप्रियता पूरे गठबंधन में निर्णायक भूमिका निभा रही है।
सीट बंटवारे पर अब भी फंसा पेंच
इधर, महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर अभी तक सहमति नहीं बन पाई है। कांग्रेस 60 से ज्यादा सीटों की मांग पर अड़ी है जबकि राजद उसे 55 सीटें देने को तैयार है। इस बीच कुछ दलों ने अपने-अपने प्रत्याशियों को सिंबल भी बांटना शुरू कर दिया है, जिससे यह साफ है कि अंतिम दौर की बातचीत अभी जारी है।
तेजस्वी यादव एक बार फिर चुनावी रणभूमि में पूरी ताकत के साथ उतर चुके हैं। उनके नेतृत्व और जनाधार को देखते हुए महागठबंधन की चुनावी रणनीति उन्हीं के इर्द-गिर्द घूम रही है। हालांकि सीट बंटवारे की खींचतान महागठबंधन के लिए चुनौती बनी हुई है।
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