Telangana Tunnel Collapse: तेलंगाना के नागरकुर्नूल जिले में रविवार को श्रीशैलम सुरंग नहर परियोजना के ढह चुके हिस्से में फंसे श्रमिकों को निकालने के लिए बचाव कार्य को तेज कर दिया गया है। राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की टीमें मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हुई हैं। शनिवार रात से ही चार टीमों की तैनाती के बाद, एनडीआरएफ की टीमें निर्माणाधीन सुरंग के उस हिस्से तक पहुंच गईं, जहां शनिवार को खुदाई के दौरान सुरंग की छत ढह गई थी।
ढहने से दो श्रमिक घायल, आठ अन्य श्रमिक फंसे

बताते चले कि, यह घटना श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) के हिस्से के रूप में खोदी जा रही सुरंग के पास डोमलपेंटा में हुई। सुरंग की छत ढहने के कारण दो श्रमिक घायल हो गए और आठ अन्य श्रमिक फंसे हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, इस समय सुरंग में कुल 50 श्रमिक काम कर रहे थे, जिनमें से 42 श्रमिक सुरक्षित बाहर आ गए, जबकि बाकी आठ अभी भी सुरंग के अंदर फंसे हुए हैं। इन श्रमिकों में दो इंजीनियर और दो मशीन ऑपरेटर शामिल हैं।
एनडीआरएफ की टीम को मुश्किलों का सामना करना पड़ा

एनडीआरएफ की टीम जब सुरंग तक पहुंची तो पानी और कीचड़ का सामना करना पड़ा। सुरंग के अंदर लगभग तीन फीट पानी जमा हो गया था, जिसके बाद एनडीआरएफ की टीम को पैदल ही आगे बढ़ना पड़ा। इस दौरान सुरंग खोदने वाली मशीन भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई, जिससे बचाव कार्य में परेशानी आई है। अधिकारियों के अनुसार, पानी को पंप करके बाहर निकालना और कीचड़ को हटाना होगा, ताकि बचाव अभियान को जारी रखा जा सके।
एनडीआरएफ, सेना और अन्य टीमों की मदद

बचाव कार्य में मदद के लिए एनडीआरएफ की तीन टीमें विजयवाड़ा से और चार टीमें हैदराबाद से भेजी गई हैं। इसके अलावा, भारतीय सेना, सिंगरेनी कोलियरीज कंपनी और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) के जवान भी इस अभियान में शामिल हो गए हैं। राज्य सरकार की तरफ से घटना की निगरानी मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जा रही है।
विभिन्न राज्यों के श्रमिक फंसे, मुख्यमंत्री ने जताया दुख
सुरंग में फंसे हुए श्रमिकों में झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और जम्मू-कश्मीर के श्रमिक शामिल हैं। राज्य के मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी, जिला कलेक्टर जुपल्ली कृष्ण रेड्डी और पुलिस अधीक्षक के साथ बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि सरकार पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
परियोजना की शुरुआत और सुरंग में भूगर्भीय गड़बड़ी का शक

सुरंग का निर्माण हाल ही में फिर से शुरू किया गया था, और निर्माण फर्म ने चार दिन पहले काम शुरू किया था। मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण से अनुमोदन मिलने के बाद सुरंग पर काम शुरू किया गया था। उन्होंने यह भी बताया कि श्रमिकों ने एक विस्फोट की आवाज सुनी थी, जिससे यह भी संभावना जताई जा रही है कि घटना भूगर्भीय गड़बड़ी के कारण हुई हो सकती है।
प्रधानमंत्री ने की मुख्यमंत्री से बातचीत, हरसंभव मदद का आश्वासन
इस घटना के बारे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी से फोन पर बात की और उन्हें घटनाक्रम के बारे में जानकारी ली। प्रधानमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि बचाव कार्यों के लिए एनडीआरएफ की टीम को तुरंत तैनात किया जाएगा और केंद्र सरकार हरसंभव सहायता प्रदान करेगी।