सियोल
दक्षिण कोरिया ने मंगलवार को एक बार फिर अपने वायु रक्षा पहचान क्षेत्र (KADIZ) में सात रूसी और दो चीनी सैन्य विमानों की घुसपैठ का पता लगाया। इसके जवाब में सियोल ने तुरंत दर्जनों लड़ाकू विमान रवाना किए। यह घटना ऐसे समय हुई है जब रूस-चीन की सैन्य नजदीकियां लगातार बढ़ रही हैं और दोनों देश उत्तर पूर्व एशिया में बिना पूर्व सूचना के संयुक्त हवाई गश्त कर रहे हैं।
सियोल के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ (JCS) ने बयान जारी कर कहा कि ये रूसी और चीनी विमान स्थानीय समयानुसार सुबह करीब 10 बजे (GMT 0100 बजे) कोरिया एयर डिफेंस आइडेंटिफिकेशन जोन (KADIZ) में दाखिल हुए। हालांकि किसी भी विमान ने दक्षिण कोरियाई हवाई क्षेत्र का उल्लंघन नहीं किया। सियोल ने कहा कि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए सामरिक उपाय करते हुए उसने लड़ाकू विमान भेजे।
खबर के अनुसार, ये विदेशी विमान लगभग एक घंटे तक KADIZ के अंदर-बाहर उड़ते रहे। इन विमानों को वायु रक्षा क्षेत्र में प्रवेश करने से काफी पहले ही पता लगा लिया गया था। KADIZ एक विस्तृत क्षेत्र होता है जिसमें देश सुरक्षा कारणों से आने-जाने वाले विमानों पर नजर रखते हैं, लेकिन यह उनका क्षेत्रीय हवाई क्षेत्र नहीं होता।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएं
2019 से चीन और रूस संयुक्त सैन्य अभ्यास का हवाला देते हुए बिना पूर्व सूचना के दक्षिण कोरिया के वायु रक्षा क्षेत्र में नियमित रूप से अपने सैन्य विमान भेजते रहे हैं। पिछले साल नवंबर में भी पांच चीनी और छह रूसी सैन्य विमानों के KADIZ में आने पर सियोल ने लड़ाकू जेट तैनात किए थे। इसी तरह की घटनाएं जून और दिसंबर 2023 तथा मई और नवंबर 2022 में भी हुई थीं, जिनमें बीजिंग और मॉस्को ने इन उड़ानों को 'संयुक्त रणनीतिक हवाई गश्त' बताया था।

