Texas flood disaster : टेक्सास में आई भीषण बाढ़ ने तबाही मचा दी है। अब तक 80 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि दर्जनों लोग लापता हैं। राज्य सरकार ने हालात की गंभीरता को देखते हुए इसे “प्राकृतिक आपदा” घोषित कर दिया है। बाढ़ ने कई शहरों को जलमग्न कर दिया है, जिससे लाखों लोग प्रभावित हुए हैं। आपको बतादें कि हाल ही में आई भीषण बाढ़ में असामान्य रूप से अधिक संख्या में लोगों की मौत और नुकसान ने देश की मौसम सेवा की क्षमता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप लगाया जा रहा है कि समय पर सटीक पूर्वानुमान न दे पाने के कारण इतना नुकसान हुआ।
मौसम विभाग पर लगा गंभीर आरोप
संबंधित लोगों का कहना है कि कर्मचारियों की कमी के कारण मौसम विभाग आपदा का सटीक पूर्वानुमान नहीं लगा सका, जिसके कारण निवासियों को पहले से तैयारी करने का मौका नहीं मिला। इस बड़ी आपदा के लिए अमेरिकी सरकार की लागत में कटौती की नीति और कर्मचारियों की छंटनी को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। शुक्रवार से टेक्सास राज्य में लगातार बारिश शुरू हो गई। ग्वाडालूप नदी का जलस्तर महज एक घंटे में 26 फीट बढ़ गया। 48 घंटे की अवधि में पचास से अधिक लोगों की जान चली गई। इतने कम समय में इतने लोगों की जान कैसे चली गई, इस पर सवाल उठ रहे हैं।
ट्रंप सराकार की नीति है जिम्मेदार!
हालांकि यह आश्चर्यजनक लग सकता है, लेकिन कई लोग प्रारंभिक तौर पर आपदा से हुए नुकसान के लिए अमेरिकी सरकार की लागत में कटौती की नीति को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बर्बादी को कम करने के लिए सरकारी दक्षता विभाग ने हजारों कर्मचारियों की छंटनी की है, जिसमें देश भर में विभिन्न राज्य एजेंसियों का वित्त पोषण बंद करना भी शामिल है। विश्लेषकों का दावा है कि इसी वजह से मौसम कार्यालय जैसे संगठन जनशक्ति संकट से जूझ रहे हैं। इसी वजह से आपदा का पूर्वानुमान ठीक से नहीं दिया जा सका है।
कर्मचारियों की छंटनी से बढ़ी मुश्किलें
अमेरिकी मौसम सेवा के पूर्व प्रशासक डॉ. रिक स्पिनरैड ने कहा, मुझे संदेह है कि संबंधित लोगों ने अपना काम किया है या नहीं। कई मौसम पूर्वानुमान कार्यालय अब कर्मचारियों की कमी के साथ चल रहे हैं। यानी जो काम कर रहे हैं उन पर अतिरिक्त दबाव है। हमें यह सोचने की जरूरत है कि टेक्सास में जो कुछ हो रहा है उसके लिए यह कारण कितना जिम्मेदार है। यह भी कहा जा रहा है कि मौसम विज्ञानी यह कल्पना नहीं कर सकते थे कि लगातार बारिश के कारण जल स्तर इतनी तेजी से बढ़ सकता है। कर्मचारियों की छंटनी के फैसले ने अमेरिकी महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन-एनओएए और अन्य मौसम कार्यालयों को मुश्किल में डाल दिया है। डर है कि इससे उनकी क्षमता कम हो जाएगी। जिससे आने वाले दिनों में तूफान, बवंडर और बाढ़ जैसी आपदाओं की भविष्यवाणी करना मुश्किल हो जाएगा।
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