Thailand Cambodia war: रुस – युक्रेन युद्ध , मध्य पूर्व में इजरायर-ईरान , इजरायाल-हमास के बीच जारी जंग बीच अब एशिया में भी छिड़ा युद्ध। थाईलैंड-कंबोडिया संघर्ष अपने चरम पर पहुंच गया है। कल सीमा पर हुई गोलीबारी में दो थाई नागरिक मारे गए। जवाबी कार्रवाई में थाईलैंड ने F-16 लड़ाकू विमानों से कंबोडियाई सैन्य अड्डे पर हमला किया। बताया जा रहा है कि सैन्य विमान बिना किसी नुकसान के अपने देश लौट आए। इस तरह, दक्षिण पूर्व एशिया के दो पड़ोसी देशों के बीच सीधा युद्ध छिड़ गया। दोनों देशों के बीच हुई इस झड़प में कम से कम 12 लोग मारे गए।
थाई और कंबोडियाई सैनिकों के बीच गोलीबारी
बताया जा रहा है कि गुरुवार तड़के सीमा क्षेत्र में थाई और कंबोडियाई सैनिकों के बीच गोलीबारी जारी रही। थाई प्रशासन ने कहा कि कंबोडियाई सेना द्वारा दागे गए एक रॉकेट से दो थाई नागरिक मारे गए। इसके बाद, थाई सेना F-16 लड़ाकू विमानों के साथ कंबोडियाई क्षेत्र में घुस गई और हमला कर दिया। एक बयान में, थाई सेना ने कहा कि उसके एक लड़ाकू विमान ने कंबोडिया में प्रवेश किया और गोलीबारी की और सैन्य ठिकानों को नष्ट कर दिया। कंबोडिया के विशेष सैन्य क्षेत्र कमांड 8 और 9 नष्ट हो गए।
कंबोडिया ने हमले की पुष्टि की
कंबोडिया ने हमले की पुष्टि की है। देश के मंत्रालय ने थाईलैंड की सैन्य कार्रवाई को क्रूर और अवैध सैन्य आक्रमण बताया है। इसे संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन भी बताया गया है। कंबोडियाई प्रधानमंत्री हुन सेन ने इस हमले को सशस्त्र हमला बताया है। सोशल मीडिया पर एक बयान में उन्होंने कहा कि कंबोडिया समस्या का शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। लेकिन थाई हमले के बाद, बल प्रयोग के अलावा कोई विकल्प नहीं है।
क्या है ‘एमरल्ड ट्रायंगल’ ?
संयोग से दोनों देशों के बीच ‘एमरल्ड ट्रायंगल’ नामक क्षेत्र को लेकर लंबे समय से संघर्ष चल रहा है। जहां कंबोडिया, थाईलैंड और लाओस की सीमाएं मिलती हैं। गौरतलब है कि ‘एमरल्ड ट्रायंगल’ में कई प्राचीन मंदिर हैं। तीनों देशों के आम लोग उन मंदिरों के प्रति संवेदनशील हैं। पंद्रह साल पहले इस क्षेत्र पर नियंत्रण को लेकर कंबोडिया और थाईलैंड के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। पिछले मई में फिर से झड़पें हुईं, जिसमें एक कंबोडियाई सैनिक मारा गया।
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