Ayodhya में 22 January नहीं इस दिन भव्य तरीके से मनाई जाएगी प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ

Aanchal Singh
Ayodhya

Ayodhya: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ की तैयारियां अयोध्या नगरी में तेजी से शुरु हो गई हैं।प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के एक साल पूरे होने पर अयोध्या में कई सारे भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा लेकिन यह सारे कार्यक्रम 22 जनवरी को नहीं बल्कि 11 जनवरी को मनाए जाएंगे।इसके पीछे का कारण है कि,भारतीय काल गणना या पंचांग के मुताबिक प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को पौष शुक्ल द्वादशी की तारीख को हुआ था और साल 2025 में यह तारीख 22 जनवरी नहीं बल्कि 11 जनवरी को पड़ रही है इस वजह से 11 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ अयोध्या में भव्य तरीके से मनाई जाएगी।

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अयोध्या में भव्य होगी प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ

अयोध्या में भव्य होगी प्राण प्रतिष्ठा की पहली वर्षगांठ

विश्व हिंदू परिषद की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक 11,12 और 13 जनवरी तक चलने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रमों को प्रतिष्ठा द्वादशी नाम दिया गया है। प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर तीन दिवसीय (11,12 व 13 जनवरी ) को आयोजन होगा| इसमें उन संत- महात्माओं और गृहस्थों को आमंत्रित किया जा रहा है जिन्हें प्राण प्रतिष्ठा में नहीं बुलाया जा सका था अथवा वे जो किन्हीं कारणों से प्राण प्रतिष्ठा में नहीं आ सके थे।इन सभी की सूची बनाने के कार्य की शुरुआत हो गई है।जिसकी जिम्मेदारी अखिल भारतीय धर्माचार्य सम्पर्क प्रमुख अशोक तिवारी को सौंपा गया है।व्यवस्था के दृष्टिगत पांच स्थानों को आयोजन स्थल बनाया गया है।

6 लाख मंत्रों का होगा जाप

6 लाख मंत्रों का होगा जाप

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के महामंत्री चम्पत राय ने आज कारसेवक पुरम में पत्रकारों से बातचीत में त्रिदिवसीय आयोजन की विस्तार से जानकारी दी।

(1)70 एकड़ मंदिर परिसर में होने वाले आयोजन

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(यज्ञ मंडप के कार्यक्रम)

(क) शुक्ल यजुर्वेद माध्यान्दिनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रो से अग्नि देवता को आहुति प्रदान की जाएगी, 11 वैदिक मन्त्रोच्चार करेंगे|यज्ञ का यह कार्य प्रातः काल 8 से 11 बजे तक और अपराह्न 2 से 5 बजे तक होगा.

(ख) श्रीराममंत्र का जप यज्ञ भी इसी कालखंड में दो सत्रों में होगा, छह लाख मंत्र जप किया जाएगा.

(ग) इसके अतिरिक्त राम रक्षा स्त्रोत, हनुमान चालीसा, पुरुष सूक्त, श्री सूक्त, आदित्य हृदय स्तोत्र, अथर्वशीर्ष आदि के पारायण भी होंगे.

2-दक्षिणी प्रार्थना मंडप : नित्य अपराह्न 3 से 5 बजे तक भगवान को राग सेवा प्रस्तुत की जाएगी.
3-मंदिर प्रांगण : तीनों दिन सायंकाल 6 से 9 बजे रात्रि तक रामलला के सम्मुख बधाई गान होगा.

राम कथा और प्रभु श्रीराम के जीवन पर होंगे प्रवचन

राम कथा और प्रभु श्रीराम के जीवन पर होंगे प्रवचन

4-यात्री सुविधा केंद्र : यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर 3 दिवसीय संगीतमय मानस पाठ होगा.
5-अंगद टीला :
(क) अपराह्न 2 से 3:30 बजे तक राम कथा और अपराह्न 3:30 से 5 बजे तक प्रभु श्रीराम के जीवन पर प्रवचन होंगे.
(ख)तीनों दिन सायंकाल 5:30 से 7:30 बजे तक भिन्न-भिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे.
(ग) अंगद टीला के समस्त कार्यक्रम में सभी समाज के लोगों को आमंत्रित किया गया है.
(घ) प्रतिष्ठा द्वादशी (11 जनवरी, 2025) को प्रातः काल से प्रसाद वितरण प्रारंभ होगा.

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