I love Muhammad: उत्तर प्रदेश के कानपुर में ईद-मिलादुन्नबी के जुलूस के दौरान ‘आई लव मोहम्मद’ लिखे पोस्टरों को लेकर शुरू हुआ विवाद अब बरेली तक जा पहुंचा है। कानपुर पुलिस द्वारा इन पोस्टरों पर आपत्ति जताकर एफआईआर दर्ज करने के बाद मुस्लिम समुदाय में नाराजगी फैल गई। इसका विरोध बरेली सहित कई शहरों में देखने को मिला। बरेली के जखीरा मोहल्ले में शनिवार रात को स्थानीय लोगों ने अपने घरों और गलियों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लगा दिए।
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पोस्टर हटाने पहुंची पुलिस पर भड़की भीड़
जब किला थाने की पुलिस इन पोस्टरों को हटाने पहुंची तो स्थानीय लोगों ने विरोध शुरू कर दिया और स्थिति तनावपूर्ण हो गई। इसी दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना डॉ. नफीस मौके पर पहुंचे और पुलिसकर्मियों से भिड़ गए। वायरल वीडियो में डॉ. नफीस किला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर सुभाष कुमार को खुलेआम धमकाते नजर आए। उन्होंने कहा, “तुम्हारा हाथ काट लूंगा, वर्दी उतरवा दूंगा।” इसके बाद भीड़ ने पुलिस पर पथराव भी किया, जिससे हालात और बिगड़ गए।
वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने की कड़ी कार्रवाई
वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सोमवार को थाना किला पुलिस ने डॉ. नफीस के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। उनके खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा डालने, पुलिसकर्मी को धमकी देने, गाली-गलौज करने और जान से मारने की धमकी देने जैसी धाराओं — आईपीसी की धारा 186, 353, 504, और 506 — के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। यह शिकायत खुद इंस्पेक्टर सुभाष कुमार ने दर्ज कराई है।
पुलिस की कार्रवाई के बाद डॉ. नफीस फरार
एफआईआर दर्ज होने के बाद से ही मौलाना डॉ. नफीस अंडरग्राउंड हो गए हैं। पुलिस ने उन्हें पकड़ने के लिए कई टीमें गठित कर दी हैं। आसपास के जिलों में अलर्ट जारी कर दिया गया है और लगातार दबिशें दी जा रही हैं। बताया जा रहा है कि डॉ. नफीस इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के प्रमुख मौलाना तौकीर रजा खान के करीबी हैं और बरेली के मूल निवासी हैं। संगठन के प्रवक्ता ने बताया कि फिलहाल डॉ. नफीस का कोई संपर्क नहीं हो पा रहा है।
पुलिस ने शांति बनाए रखने की अपील
घटना के बाद मौके पर पहुंचे सीओ सिटी और अन्य अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में लिया। पुलिस ने फिलहाल इलाके में शांति बनाए रखने की अपील की है और कहा है कि कानून व्यवस्था को बिगाड़ने की किसी को अनुमति नहीं दी जाएगी। बाद में पुलिस ने दोबारा पोस्टर लगाने की अनुमति देकर भीड़ को शांत किया, लेकिन इस घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है।
बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’ पोस्टर विवाद अब कानून व्यवस्था का गंभीर मुद्दा बन चुका है। एक ओर धार्मिक भावनाओं का सवाल है, तो दूसरी ओर कानून की गरिमा को बनाए रखना भी जरूरी है। पुलिस मौलाना डॉ. नफीस की तलाश में लगी है और पूरे मामले पर नजर बनाए हुए है।
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