Bahraich Wolf Killed: बहराइच जिले में इंसानों पर जानलेवा हमलों के लिए जिम्मेदार ‘आतंकी भेड़ियों’ के झुंड में से एक नर भेड़िए को गुरुवार को वन विभाग ने गोली मारकर ढेर कर दिया। पिछले एक महीने में इस झुंड के हमलों में 6 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 20 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
भेड़िया का एनकाउंटर
गुरुवार सुबह कैसरगंज तहसील के मंजला तौकली गांव में स्थानीय लोगों ने भेड़िए को देखा और तुरंत वन विभाग को सूचना दी। यह गांव हालिया हमलों से सबसे ज्यादा प्रभावित रहा है। सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और सटीक निशाना साधते हुए भेड़िए को मार गिराया।यह अब तक का दूसरा पुष्ट भेड़िया है जिसे इस ऑपरेशन के तहत मारा गया है। अधिकारियों के अनुसार, चार भेड़ियों का एक झुंड इस हमलों के लिए जिम्मेदार है। इनमें से दो पहले ही घायल किए जा चुके हैं, लेकिन वे अब तक पकड़े नहीं जा सके हैं। इनकी खोज के लिए इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग उपकरण, थर्मल ड्रोन, कैमरा ट्रैप और जाल लगाए गए हैं।
हमलों की शुरुआत कब हुई?
बहराइच में भेड़ियों के हमले 9 सितंबर से शुरू हुए थे, जब परागपुरवा गांव में एक बच्चे की मौत हो गई थी। इसके बाद से कैसरगंज क्षेत्र के छह गांवों में हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ीं। इन गांवों की संयुक्त आबादी लगभग 1 लाख है और ये जिला मुख्यालय से करीब 45 किलोमीटर दूर हैं।
वन विभाग की प्रतिक्रिया
वन अधिकारी (DFO) राम सिंह यादव ने बताया, “मारे गए जानवर के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है, रिपोर्ट का इंतजार है।” उन्होंने यह भी बताया कि झुंड के अन्य भेड़ियों की तलाश और उन्हें निष्क्रिय करने का अभियान तेज़ कर दिया गया है।बहराइच में 27 सितंबर को दौरे पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया था कि ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। उन्होंने कहा था कि अगर जानवरों को पकड़ना संभव न हो तो प्रशिक्षित शूटरों की मदद से उन्हें मार गिराया जाए।
भेड़िया हमलों का पुराना इतिहास
बहराइच जिले में भेड़िया हमलों का इतिहास रहा है। सितंबर 2024 में महसी तहसील में छह भेड़ियों के झुंड ने आठ बच्चों की जान ली थी और 18 को घायल कर दिया था। उस समय ‘ऑपरेशन भेड़िया’ चलाया गया था, जिसमें सभी हमलावर भेड़ियों को पकड़कर निष्क्रिय किया गया था।बहराइच में लगातार हो रहे भेड़िया हमलों से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है। वन विभाग के त्वरित एक्शन से भले ही एक नर भेड़िए को मार गिराया गया हो, लेकिन अभी भी तीन अन्य भेड़िए आज़ाद हैं, जिनमें से कम से कम दो घायल हो सकते हैं। प्रशासन ने सुरक्षा के लिहाज से प्रभावित क्षेत्र को अलग-अलग जोनों में बांटकर गश्त और निगरानी तेज कर दी है। आने वाले दिनों में ‘ऑपरेशन भेड़िया’ के अगले चरणों से स्थिति और स्पष्ट होगी।
