Lucknow Rehmankheda Tiger Movement News:लखनऊ के हरदोई रोड स्थित रहमान खेड़ा क्षेत्र में अब तक बाघ को पकड़ा नहीं जा सका है। वन विभाग के अधिकारियों ने अब इसे पकड़ने के लिए रात में भी निगरानी करने की व्यवस्था की है। बाघ को पकड़ने के लिए वन विभाग के 80 से अधिक अधिकारी तैनात किए गए हैं।रहमान खेड़ा में खुलेआम घूम रहे बाघ की 60 गांवों तक के ग्रामीणों में दहशत फैली हुई है।अब तक 20 हजार से अधिक बाघ के पग चिन्ह मिल चुके हैं। बाघ की खोज के लिए थर्मल ड्रोन कैमरे से वन विभाग की टीम निगरानी कर रही है।
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रहमान खेड़ा गांव में बाघ की दहशत

वन विभाग की ओर से जंगल में 32 ट्रैप कैमरे भी लगाए गए है।ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और पीएसी के जवानों को भी तैनात किया गया है। वहीं वन विभाग के अधिकारियों को मीठे नगर गांव में बाघ के नए पदचिह्न और हलवा पुर गांव में बाघ की लोकेशन मिली है। वनकर्मियों ने इन गांवों में स्थानीय लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।अधिकारियों के अनुसार बाघ मीठे नगर व दुगोली गांव के आस-पास सबसे ज्यादा चक्कर लगा रहा है।
बाघ की मौजूदगी से स्थानीय लोगों में दहशत

रहमान खेड़ा क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से एक बाघ की मौजूदगी को लेकर स्थानीय लोग और वन विभाग के अधिकारी चिंतित हैं।बाघ की पहचान के बाद से ही इलाके में अधिकारियों द्वारा उसे पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन अब तक सफलता नहीं मिल पाई है।रहमान खेड़ा, जो लखनऊ जिले के बाहरी इलाकों में स्थित है,वहां बाघ के देखे जाने की सूचना मिलने के बाद वन विभाग ने व्यापक अभियान शुरू किया। अधिकारियों ने बाघ की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ट्रैप कैमरे लगाए हैं और विभिन्न तरीकों से उसे पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
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बाघ को पकड़ने में विशेषज्ञ भी नाकाम

वन विभाग टीम की ओर से बाघ को पकड़ने के लिए उसे आकर्षित करने के लिए मांस का इस्तेमाल भी किया जा रहा है।स्थानीय लोग इस स्थिति को लेकर डरे हुए हैं, क्योंकि बाघ का इलाकों में घूमना और अक्सर पास-पास के गांवों के आसपास देखा जाना उनकी सुरक्षा को खतरे में डाल सकता है।इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारियों ने यह कहा है कि,बाघ किसी प्रकार के हमले की स्थिति में नहीं है और उसका उद्देश्य मुख्य रूप से जंगल से बाहर के इलाके में नहीं है।विभाग ने बाघ की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए क्षेत्र में सतर्कता बनाए रखने की अपील की है। बाघ के पकड़ने के लिए विशेषज्ञों की टीम भी भेजी गई है, लेकिन अभी तक बाघ का कोई पता नहीं चल सका है।