Tirupati Temple : तिरुपति मंदिर, जिस पर हिंदुओं की आस्था है, में कम से कम 1000 गैर-हिंदू काम कर रहे हैं! हाल ही में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय कुमार ने मंदिर प्राधिकरण ‘तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम’ (टीटीडी) को पत्र लिखकर ऐसे आरोप लगाए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सनातन धर्म में आस्था न रखते हुए इतने सारे गैर-हिंदू टीटीडी में कैसे काम कर रहे हैं? उन्हें तुरंत उनके पदों से हटाने की मांग की गई है। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी संदेह जताया कि इस घटना में मंदिर के अंदर कोई गुट शामिल हो सकता है।
केंद्रीय मंत्री का बयान
इस मुद्दे पर मीडिया से मुखातिब होते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “वेंकेटेश्वर मंदिर में आने वाले सभी गैर-हिंदुओं को यह बताना पड़ता है कि उन्हें ईश्वर पर भरोसा है। यह कैसे संभव है कि 1000 गैर-हिंदू मंदिर के अंदर काम कर रहे हैं? जो ईश्वर पर भरोसा नहीं करते, फिर भी टीटीडी में काम कर रहे हैं।” इस मुद्दे पर टीटीडी को लिखे पत्र में केंद्रीय मंत्री ने लिखा, “अगर पहले किसी गैर-हिंदू कर्मचारी की नियुक्ति हुई थी, तो अब तक नियम क्यों नहीं बदला गया?”
मंत्री ने इस घटना में मंदिर के भीतर भ्रष्टाचार होने का संदेह जताया है। उन्होंने इस घटना की जाँच की माँग की। मंत्री ने इसी तरह की एक हालिया घटना का भी ज़िक्र किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में एक व्यक्ति को टीटीडी से इसलिए निलंबित कर दिया गया क्योंकि वह चर्च जाता था। तो इन 1,000 गैर-हिंदुओं को क्यों नहीं हटाया जाना चाहिए?
फरवरी में पहले भी 18 कर्मचारियों को हटाया गया था
गौरतलब है कि 1989 के ‘एंडोमेंट एक्ट’ के अनुसार, टीटीडी के सभी कर्मचारी हिंदू संस्कारों का पालन करने के लिए बाध्य होंगे। इस संबंध में, बोर्ड ने स्पष्ट संदेश दिया है कि तिरुमला में हिंदू आस्था के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। सभी को मंदिर की संस्कृति का सम्मान करना होगा। इसी साल फरवरी में, इसका उल्लंघन करने पर 18 कर्मचारियों को उनके कर्तव्यों से हटा दिया गया था। आंध्र प्रदेश भाजपा ने टीटीडी के इस फैसले का समर्थन किया था। अब, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री संजय कुमार ने इस मुद्दे पर एक विस्फोटक आरोप लगाया है।
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