Jhansi: झांसी (Jhansi) के महारानी लक्ष्मीबाई मेडिकल कॉलेज में शुक्रवार देर रात एक दर्दनाक हादसा हो गया है. नवजात शिशु गहन चिकित्सा कक्ष (एनआईसीयू) में शॉर्ट सर्किट के कारण भीषण आग लग गई. इस घटना में 10 नवजात बच्चों की मौत हो गई, जबकि 37 बच्चों को खिड़की तोड़कर सुरक्षित बाहर निकाला गया है. हादसे के बाद अस्पताल में अफरातफरी मच गई और वहां भगदड़ जैसी स्थिति बन गई.
अधिकारियों का राहत और बचाव कार्य

बताते चले कि, आग लगने की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी), पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची. राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया. फायर ब्रिगेड कर्मियों ने वार्ड की खिड़कियां तोड़कर बच्चों को बाहर निकाला. हादसे में 16 घायल बच्चों का इलाज मेडिकल कॉलेज में चल रहा है. अधिकारियों ने बताया कि इन बच्चों को बचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जताया शोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने इस हृदयविदारक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतक बच्चों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की. उन्होंने जिलाधिकारी और अन्य संबंधित अधिकारियों को तुरंत राहत और बचाव कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए। सीएम ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए. मुख्यमंत्री ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू में हुई दुर्घटना अत्यंत दुखद और हृदयविदारक है. संबंधित अधिकारियों को युद्धस्तर पर राहत एवं बचाव कार्य करने के निर्देश दिए गए हैं. प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को शांति और घायलों को शीघ्र स्वस्थ करें.”
डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य सचिव मौके पर रवाना

मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) स्वास्थ्य सचिव पार्थ सारथी सेन शर्मा के साथ देर रात ही झांसी (Jhansi) के लिए रवाना हो गए. मौके पर पहुंचकर उन्होंने राहत कार्यों का जायजा लिया और घायलों के बेहतर इलाज की सुनिश्चितता पर जोर दिया. बृजेश पाठक ने इस घटना को अत्यंत दुःखद और दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मृतकों के प्रति अपनी संवेदना प्रकट की. एसएसपी सुधा सिंह ने कहा कि घायल बच्चों को बचाने के लिए चिकित्सा और अन्य आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं. घटना के बाद जिलाधिकारी, डीआईजी और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर बचाव और राहत कार्य की निगरानी की.
राहत कार्य में तेजी के निर्देश

इस हादसे को लेकर प्रदेश सरकार ने राहत कार्यों में कोई कमी न रहने देने के निर्देश दिए हैं. साथ ही दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही गई है.मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना पर संवेदनशीलता दिखाते हुए संबंधित विभागों को स्थिति को तुरंत नियंत्रित करने के निर्देश दिए है. झांसी (Jhansi) मेडिकल कॉलेज (Medical College) में हुए इस अग्निकांड ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है. यह घटना सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े करती है. सरकार ने प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है. हालांकि, इस हादसे से जुड़े कारणों की जांच की जा रही है और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है.
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