Tringa Colour Meaning: भारत का राष्ट्रीय ध्वज, तिरंगा, केवल एक प्रतीक नहीं बल्कि देश की संस्कृति, बलिदान और एकता का प्रतिबिंब है। इस झंडे में मुख्य रूप से तीन रंग केसरिया, सफेद और हरा शामिल हैं, जिनका प्रत्येक रंग ज्योतिषीय दृष्टि से विशेष महत्व रखता है। आइए जानते हैं तिरंगे के इन रंगों के अर्थ और उनका ज्योतिषीय महत्व।
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केसरिया रंग, साहस और शक्ति का प्रतीक

तिरंगे में सबसे ऊपर केसरिया रंग दिखाई देता है। ज्योतिष में केसरिया रंग का संबंध मंगल और सूर्य ग्रह से माना गया है। मंगल साहस, शक्ति और उत्साह का प्रतीक है, जबकि सूर्य आत्मविश्वास, नेतृत्व और जीवन शक्ति का कारक है। केसरिया रंग देश के बलिदान, साहस और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। यह रंग लोगों में सकारात्मक ऊर्जा, उत्साह और दृढ़ संकल्प को बढ़ाता है। हर स्वतंत्रता दिवस और राष्ट्रीय उत्सव में केसरिया रंग यह याद दिलाता है कि देश की सुरक्षा और सम्मान के लिए बलिदान जरूरी है।
सफेद रंग, शांति और सत्य का संदेश
तिरंगे के बीच का सफेद रंग शांति, सत्य और पवित्रता का प्रतीक है। ज्योतिष के अनुसार, सफेद रंग का संबंध चंद्रमा और शुक्र ग्रह से होता है। चंद्रमा मानसिक शांति, भावनात्मक स्थिरता और संवेदनशीलता का प्रतीक है, जबकि शुक्र प्रेम, सौंदर्य और सामंजस्य का कारक है। सफेद रंग देश की एकता और अहिंसा के सिद्धांत को दर्शाता है। यह रंग हमें याद दिलाता है कि विकास और समृद्धि केवल तभी संभव है जब समाज में शांति, न्याय और प्रेम का वातावरण हो।
हरा रंग, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक
तिरंगे के नीचे का हरा रंग बुध ग्रह से जुड़ा माना गया है। बुध बुद्धि, संचार और समृद्धि का प्रतीक है। तिरंगे में हरा रंग देश की कृषि परंपरा, समृद्धि और प्रगति को दर्शाता है। यह रंग सकारात्मक सोच, रचनात्मकता और संतुलन को बढ़ाता है। हरे रंग की उपस्थिति हमें याद दिलाती है कि देश की वास्तविक ताकत उसकी भूमि, कृषि और प्राकृतिक संसाधनों में निहित है।
नीला रंग, धर्म और प्रगति का संदेश
तिरंगे के केंद्र में अशोक चक्र का नीला रंग भी ज्योतिषीय दृष्टि से महत्वपूर्ण है। नीला रंग शनि और गुरु ग्रह से संबंधित माना गया है। शनि अनुशासन, कर्तव्य और धैर्य का प्रतीक है, जबकि गुरु ज्ञान, आध्यात्मिकता और विस्तार का कारक होता है। नीला अशोक चक्र धर्म, सत्य और निरंतर प्रगति का संदेश देता है। यह हमें याद दिलाता है कि देश के विकास और न्याय की राह में अनुशासन, ज्ञान और नैतिक मूल्य अत्यंत आवश्यक हैं।
तिरंगे के ये चार रंग
तिरंगे का केसरिया, सफेद, हरा और नीला रंग, केवल झंडे की सुंदरता बढ़ाने के लिए नहीं हैं। हर रंग देश के मूल्यों, बलिदान, शांति, समृद्धि और प्रगति का प्रतीक है। यह झंडा हमें हमारे राष्ट्र के प्रति गर्व और जिम्मेदारी का एहसास कराता है।

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Disclaimer: यहां दी गई जानकारियां पौराणिक कथाओं,धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है। खबर में दी जानकारी पर विश्वास व्यक्ति की अपनी सूझ-बूझ और विवेक पर निर्भर करता है। प्राइम टीवी इंडिया इस पर दावा नहीं करता है ना ही किसी बात पर सत्यता का प्रमाण देता है।
