Trump-Zelenskyy Meeting: अलास्का में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की मुलाकात के बाद अब वॉशिंगटन में एक अहम मीटिंग होने वाली है जिस पर दुनिया के कई देशों की पैनी नजर है।वॉशिंगटन में होने वाली इस बैठक से यूक्रेन-रूस के मध्य छिड़ी जंग को लेकर कोई निष्कर्ष निकल सकता है इसकी अटकलें मीटिंग से पहले लगाई जा रही हैं।
व्हाइट हाउस में ट्रंप-जेलेंस्की की अहम मुलाकात
व्हाइट हाउस में होने वाली इस मीटिंग में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की और डोनाल्ड ट्रंप के अलावा यूरोपियन देशों के कई नेता भी शामिल होंगे।हालांकि इस मीटिंग से पहले जर्मनी,फ्रांस और यूके के नेताओं ने व्हाइट हाउस से दूरी बनाने का मन बना लिया था लेकिन अब यह नेता व्हाइट हाउस में होने वाली इस मीटिंग का हिस्सा बनने अमेरिका जाएंगे।
यूरोपियन देशों के कई नेता भी होंगे मीटिंग में शामिल
ट्रंप-जेलेंस्की की व्हाइट हाउस में होने वाली मीटिंग में जर्मनी चांसलर फ्रेडरिक मर्ज,फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर शामिल होंगे।यूरोपियन कमीशन की मुखिया उर्सला वॉन डेर लेयेन ने वोलोदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने बताया कि,स्टार्मर और यूरोपियन नेता ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस मीटिंग में वह जेलेंस्की के साथ शामिल होंगे।
जेलेंस्की की ओर से भेजा गया यूरोपियन नेताओं को निमंत्रण
यूरोपीय आयोग प्रमुख ने जोर दिया कि,अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को बलपूर्वक बदला नहीं जा सकता।यूरोपियन नेताओं ने पहले तो अमेरिका से आधिकारिक निमंत्रण न मिलने के कारण बैठक में शामिल होने से इनकार किया था लेकिन बाद में डोनाल्ड ट्रंप ने ही जेलेंस्की को यूरोपियन नेताओं को अमेरिका आमंत्रित करने का प्रस्ताव दिया था।
पुतिन के आगे नहीं चली तो जेलेंस्की पर थोप रहे धौंस
ट्रंप ने मीटिंग से पहले ही इस संभावना खारिज कर दिया कि,यूक्रेन कभी फिर से क्रीमिया को रूस से वापस ले सकेगा साथ ही उन्होंने जेलेंस्की से आग्रह किया कि….वह नाटो (NATO) की सदस्यता की कोशिश न करें,जो रूस के साथ यूक्रेन का एक प्रमुख विवाद का कारण है।

