Trump Controversy India: रुसी तेल को लेकर भारत-अमेरिका कूटनीतिक तनातनी के बीच अब भारतीय सेना ने भी मैदान में उतर आई है। भारतीय सेना की पूर्वी कमान ने 1971 में बांग्लादेश मुक्ति संग्राम के अतीत को उजागर करके अमेरिका को आईना दिखाया है। 5 अगस्त यानी आज ही के दिन अमेरिका ने बंग्लादेश में नरसंहार करने वाले पाकिस्तान को 2 अरब डॉलर के हथियार दिए थे। अतीत की वह रिपोर्ट अब सोशल मीडिया पर छाई हुई है।
अखबार का अंश शेयर किया गया
मंगलवार को भारतीय सेना की पूर्वी कमान द्वारा एक विशेष एक्स हैंडल पर 5 अगस्त, 1971 के एक अखबार का अंश शेयर किया गया। जिसकी हेडलाइन है, “अमेरिका ने 1954 से 1971 तक पाकिस्तान को 2 अरब डॉलर के हथियार दिए।” रिपोर्ट में कहीं न कहीं चीन की मदद का ज़िक्र है। रिपोर्ट में कहा गया है कि बांग्लादेश में नरसंहार करने में पाकिस्तान को चीन के साथ-साथ अमेरिका ने भी मदद की थी। यह रिपोर्ट तत्कालीन रक्षा मंत्री विद्याचरण शुक्ल द्वारा राज्यसभा में दिए गए एक बयान पर आधारित थी।
डोनाल्ड ट्रंप का आरोप
भारत-अमेरिका कूटनीतिक तनातनी के बीच भारतीय सेना का यह पोस्ट काफी अहम है। क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने आरोप लगाया है कि भारत पर्दे के पीछे से रूस-यूक्रेन युद्ध का गुप्त समर्थन कर रहा है। नई दिल्ली रूस से तेल खरीदकर पुतिन की युद्ध मशीन को चला रहा है। हाल ही में ट्रंप ने भारत के खिलाफ आवाज उठाते हुए लिखा था, ‘भारत न केवल रूस से तेल खरीद रहा है, बल्कि उस तेल का अधिकांश हिस्सा खुले बाजार में बेचकर मुनाफा कमा रहा है।
रूस के लगातार हमलों के कारण यूक्रेन एक मौत का शहर बन गया है। यूक्रेन के इस मौत के कूच में रूस के ‘दोस्त’ भारत को कुछ नहीं मिल रहा है। यही वजह है कि अमेरिका भारत पर और ज़्यादा टैरिफ लगाएगा।’ दूसरे शब्दों में, ट्रंप का आरोप है कि भारत पर्दे के पीछे से रूस-यूक्रेन युद्ध का गुप्त समर्थन कर रहा है। हालांकि, नई दिल्ली ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत अपने राष्ट्रीय हितों को ध्यान में रखते हुए काम करेगा।
1971 की याद
हालांकि भारत पर आरोपों के बावजूद,अमेरिका का अतीत हमें बताता है कि पाकिस्तान ने बांग्लादेश को नर्क बना दिया था। खान के सैनिकों द्वारा नरसंहार और महिलाओं के साथ बलात्कार किया जा रहा था। अमेरिका सीधे उस भयावहता का समर्थन कर रहा था। 1971 के मुक्ति संग्राम के दौरान, पाकिस्तान ने 30 लाख बंगालियों को मार डाला था। पाकिस्तानी सेना ने 400,000 से अधिक महिलाओं के साथ बलात्कार किया था।
इस नारकीयता का विरोध करना तो दूर, शांति का झंडा उठाने वाला अमेरिका उस भयावहता का आनंद ले रहा था। वह नरसंहार और बलात्कार की जनक पाकिस्तानी सेना को हथियार मुहैया करा रहा था। भारतीय सेना ने अब स्वार्थी अमेरिका के घिनौने नाटक को दुनिया के सामने उजागर कर दिया है। रूसी तेल मुद्दे पर भारत को समझाने आए डोनाल्ड ट्रंप के मुंह पर तमाचा पड़ा है।
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