Donald Trump US: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास को सख्त लहजे में चेतावनी दी है। ट्रंप ने साफ शब्दों में कहा कि अगर हमास ने गाजा में बंधकों की रिहाई के लिए प्रस्तावित समझौते को स्वीकार नहीं किया, तो इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट शेयर कर यह संदेश दिया।
ट्रंप ने कहा, “हर कोई चाहता है कि बंधक अपने घर लौटें और यह युद्ध समाप्त हो। इजरायल ने मेरी शर्तें मान ली हैं। अब बारी हमास की है। मैंने उन्हें अंतिम चेतावनी दे दी है। अगर वे नहीं माने, तो अंजाम भुगतना पड़ेगा। यह मेरी आखिरी चेतावनी है अब और नहीं!”
क्या हैं ट्रंप की शर्तें?

एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार 6 सितंबर को हमास के सामने एक युद्धविराम प्रस्ताव रखा था। इस प्रस्ताव के तहत, युद्धविराम के पहले दिन हमास को बचे हुए 48 बंधकों को रिहा करना होगा। इसके बदले में इजरायल हजारों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। यह प्रस्ताव अब इजरायल सरकार द्वारा गंभीरता से विचाराधीन है। एक वरिष्ठ इजरायली अधिकारी ने कहा कि वे ट्रंप के प्रस्ताव पर सकारात्मक रूप से सोच रहे हैं और इसे लागू करने के विकल्पों पर विचार कर रहे हैं।
हमास ने इजरायल पर लगाए आरोप
हमास की ओर से अभी तक इस प्रस्ताव को स्वीकार नहीं किया गया है। ट्रंप की चेतावनी के बावजूद हमास ने तीन बंधकों की रिहाई के लिए दी गई समयसीमा का पालन नहीं किया। इसके बजाय, संगठन ने इजरायल पर युद्धविराम समझौते के उल्लंघन का आरोप लगाया है।
हमास के मुताबिक, इजरायल की ओर से लगातार हमले किए जा रहे हैं, और ऐसे हालात में बंधकों की रिहाई संभव नहीं है। हमास का दावा है कि इजरायल अपनी शर्तों से पीछे हट रहा है और एकतरफा कार्रवाई कर रहा है।
इजरायल ने दिखाई सहमति
इजरायल ने ट्रंप के प्रस्ताव के प्रति सकारात्मक संकेत दिए हैं। ट्रंप ने अपनी पोस्ट में कहा, “इजरायली मेरी शर्तों पर सहमत हो चुके हैं। अब समय है कि हमास भी समझौते को माने और बंधकों को सुरक्षित रिहा करे।”

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