Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ संघर्ष विराम खत्म होने से ठीक पहले चीन पर एक्स्ट्रा टैरिफ लगाने के फैसले को 90 दिनों के लिए टाल दिया है। डोनाल्ड ट्रंप का ये फैसला टैरिफ संघर्ष विराम खत्म होने से ठीक पहले आया। बीजिंग और वाशिंगटन के बीच टैरिफ संघर्ष विराम 12 अगस्त को समाप्त होने वाला था।
चीन के साथ अमेरिका ने बढ़ाई टैरिफ की डेडलाइन

अमेरिका और चीन के बीच स्टॉकहोम में पिछले महीने हुई बातचीत के बाद यह संकेत मिलने लगे थे कि टैरिफ डेडलाइन बढ़ सकती है।यदि यह समय सीमा नहीं बढ़ाई जाती तो अमेरिकी टैरिफ चीन से आने वाले सामानों पर अप्रैल में लगाए गए अपने सर्वोच्च स्तर पर वापस चले जाते।
चीनी आयात पर अमेरिका ने बढ़ाया टैरिफ
आपको बता दें कि,इस साल की शुरुआत में अमेरिका ने चीनी आयात पर टैरिफ को बढ़ाकर 145% कर दिया था,जिसके जवाब में चीन ने अमेरिकी निर्माताओं के लिए महत्वपूर्ण दुर्लभ धातु के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था।
चीन में बिकने वाले चिप से अमेरिका को फायदा
चिप बनाने वाली अमेरिका की दो बड़ी कंपनियां एनवीडिया और AMD अब चीन में चिप की बिक्री से होने वाली कमाई का 15% हिस्सा अमेरिकी सरकार को देंगी।ये समझौता ट्रम्प सरकार के साथ किया गया है।
बिक्री की कमाई का 15% हिस्सा अमेरिका को
इस समझौते में कंपनियों के सामने शर्त रखी गई थी कि अगर वह चीन में अपनी हाई-टेक चिप्स बेचती हैं तो उन्हें अपनी बिक्री का कुछ हिस्सा अमेरिका की सरकार को देना होगा।मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक,इस समझौते की वजह से इन कंपनियों की चीन में बिक्री पर कंट्रोल भी लगाया जा सकेगा।
ट्रंप प्रशासन ने चीन में बिक्री पर लगाई थी रोक

अमेरिका के इस फैसले से सरकार को भी मुनाफा होता रहेगा।अप्रैल में ट्रम्प प्रशासन ने इस चिप की चीन में बिक्री पर रोक लगा दी थी लेकिन अब इस सौदे के तहत बिक्री की इजाजत मिल गई है।

