Pakistan Illegal Activities: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पाकिस्तान के गुप्त परमाणु परीक्षणों को लेकर किए गए सनसनीखेज दावे के बाद अंतरराष्ट्रीय हलचल तेज हो गई है। अब इस मुद्दे पर भारत ने अपनी पहली आधिकारिक प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा है कि पाकिस्तान का इतिहास ही गैरकानूनी और गुप्त परमाणु गतिविधियों से भरा हुआ है और भारत वर्षों से इस खतरे के बारे में दुनिया को सचेत करता आया है।
भारत ने पाकिस्तान के परमाणु रिकॉर्ड पर उठाए सवाल
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को कहा, “पाकिस्तान की दशकों पुरानी गतिविधियां जैसे तस्करी, एक्सपोर्ट कंट्रोल उल्लंघन, गुप्त सहयोग, ए.क्यू. खान नेटवर्क और परमाणु प्रसार उसके परमाणु रिकॉर्ड का हिस्सा रही हैं। भारत हमेशा अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान इन संदिग्ध गतिविधियों की ओर दिलाता रहा है।” उन्होंने कहा कि भारत ने राष्ट्रपति ट्रंप के हालिया बयान को ‘नोट’ किया है और स्थिति पर नजर रखे हुए है।
ट्रंप ने क्या कहा था?
2 नवंबर को अमेरिकी चैनल CBS के कार्यक्रम 60 Minutes में डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान गुप्त रूप से परमाणु परीक्षण कर रहे हैं, जबकि अमेरिका इस दिशा में पीछे है। हालांकि उन्होंने कोई ठोस सबूत पेश नहीं किए, लेकिन उनके बयान के बाद सोशल मीडिया पर यह अटकलें तेज हो गईं कि पाकिस्तान ने अप्रैल-मई 2025 के बीच गुप्त परीक्षण किया हो सकता है।
भूकंप से जुड़ी अटकलें
विशेषज्ञों के अनुसार, 30 अप्रैल से 12 मई 2025 के बीच अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा क्षेत्र में 4.0 से 4.7 तीव्रता वाले कई भूकंप दर्ज किए गए थे। इन भूकंपों की रीडिंग की तुलना 1998 के चागाई-I और चागाई-II परमाणु परीक्षणों से की गई। इसी कारण कई अंतरराष्ट्रीय विश्लेषकों ने इसे गुप्त परीक्षण से जोड़ दिया। हालांकि, पाकिस्तान ने सभी आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह “पहले परीक्षण करने वाला देश नहीं रहा है और न भविष्य में ऐसा करेगा।” पाकिस्तान ने आखिरी बार 1998 में परमाणु परीक्षण किया था, जब भारत के पोखरण-II परीक्षण के जवाब में उसने चागाई में बम विस्फोट किए थे।
भारत ने ट्रंप की भारत यात्रा पर नहीं दिया जवाब
विदेश मंत्रालय ने ट्रंप के भारत दौरे से जुड़े बयानों पर टिप्पणी करने से इनकार किया। रणधीर जायसवाल ने कहा, “अभी हमारे पास इस विषय पर साझा करने के लिए कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है। जब समय आएगा, तो विवरण साझा किया जाएगा।”MEA प्रवक्ता ने बताया कि क्वाड समूह (भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया) इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग का एक “महत्वपूर्ण मंच” है। हाल ही में मुंबई में आयोजित इंडिया मेरीटाइम वीक के दौरान क्वाड के तहत “Ports of the Future Conference” आयोजित की गई थी।
मेजर विक्रांत कुमार जैतली मामले में भारत की सक्रियता
विदेश मंत्रालय ने बताया कि रिटायर्ड मेजर विक्रांत कुमार जैतली से जुड़े मामले में भारत लगातार UAE अधिकारियों से संपर्क में है। अब तक चार बार कांसुलर विजिट की जा चुकी हैं और सरकार उनकी पत्नी व परिवार के संपर्क में रहकर सभी संभव सहायता दे रही है। डोनाल्ड ट्रंप के इस बयान ने एक बार फिर पाकिस्तान के परमाणु कार्यक्रमों पर वैश्विक निगरानी बढ़ा दी है। भारत ने जहां इस पर अपनी चिंता जताई है, वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि यह मुद्दा आने वाले दिनों में दक्षिण एशिया की सुरक्षा नीति और अमेरिका-भारत-पाकिस्तान संबंधों को नई दिशा दे सकता है।
