Udham Singh Nagar Bird Flu: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के किच्छा क्षेत्र के किशनपुर में बर्ड फ्लू के मामलों की पुष्टि होने के बाद, स्थानीय प्रशासन और निवासियों में चिंता का माहौल है। मुर्गी फार्म में अचानक मुर्गियों की मौत के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही शुरू की और इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए कई कदम उठाए हैं।
Read more: Independence Day 2025: यूपी पुलिस को वीरता और सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा, देखें लिस्ट
किशनपुर में बर्ड फ्लू की पुष्टि

किशनपुर स्थित एक मुर्गी फार्म में अचानक मुर्गियों के मरने की खबर मिलने पर प्रशासन हरकत में आ गया। एसडीएम गौरव पांडे के नेतृत्व में तहसील प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर मरे हुए मुर्गों को सुरक्षित तरीके से दफनाया और पूरे फार्म को सैनिटाइज किया। फार्म से लिए गए सैंपल की जांच के लिए बरेली लैब भेजा गया है, जहां रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद, प्रशासन ने फार्म को तीन महीने के लिए बंद कर दिया और आसपास के क्षेत्रों में कई तरह के रोक लगा दिए।
प्रशासन ने उठाए सख्त कदम
बर्ड फ्लू के खतरे को फैलने से रोकने के लिए प्रशासन ने कई कड़े कदम उठाए हैं। इनफेक्टेड जोन और सर्विलांस जोन का निर्धारण कर एसडीएम गौरव पांडे ने जानकारी दी कि मुर्गियों के मरने की घटना के बाद, प्रशासन ने एक किलोमीटर के दायरे को ‘इनफेक्टेड जोन’ और 10 किलोमीटर के दायरे को ‘सर्विलांस जोन’ घोषित कर दिया है। इन क्षेत्रों में 21 दिनों के लिए निगरानी रखी जाएगी।
मुर्गियों और मुर्गों के ट्रांसपोर्ट पर रोक
मुर्गियों और मुर्गों के ट्रांसपोर्ट पर 21 दिन के लिए रोक लगा दी गई है, जिससे संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। इसके अलावा स्थानीय चिकन शॉप पर मुर्गी और मुर्गे के मांस की बिक्री भी रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही, बाजार में निगरानी बढ़ाने के लिए नगर पालिका और पुलिस को निर्देश दिए गए हैं।
प्रशासन ने की जनता से अपील
प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे कुछ दिनों के लिए मुर्गी-मुर्गे के मीट और अंडों का सेवन न करें। यह कदम बर्ड फ्लू के वायरस को फैलने से रोकने के लिए उठाया गया है।
व्यापार और खपत पर असर

मुर्गी और मुर्गे के मांस की बिक्री पर रोक लगने से स्थानीय व्यापार और खपत दोनों पर असर पड़ा है। व्यापारियों और स्थानीय दुकानदारों को कुछ समय तक इस संकट का सामना करना पड़ेगा। प्रशासन ने स्थिति की समीक्षा करने के बाद आवश्यक कदम उठाने की बात कही है। इनफेक्टेड जोन में 21 दिन की निगरानी के बाद अगर स्थिति सामान्य नहीं होती, तो प्रशासन द्वारा और सख्त कदम उठाए जा सकते हैं। प्रशासन का मुख्य उद्देश्य बर्ड फ्लू के फैलाव को रोकना और जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
Read more: Weather Update: देहरादून समेत कई जिलों में मूसलाधार बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट

