Rahul Gandhi Controversy: कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी एक बार फिर अपने बयान को लेकर राजनीतिक विवादों में घिर गए हैं। उनके हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए केंद्रीय मंत्री संजय सेठ ने तीखी आलोचना की है। सेठ ने कहा कि राहुल गांधी बार-बार संवैधानिक संस्थाओं की विश्वसनीयता पर सवाल उठाकर जनता की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं। संजय सेठ ने कहा, “ये दिवालियापन है। आप नेता प्रतिपक्ष हैं और फिर भी इस तरह के बयान दे रहे हैं। आपको ना ED पर विश्वास है, ना CBI पर, ना चुनाव आयोग पर, ना EVM पर और अब तो जनता पर भी भरोसा नहीं रहा।”
“सिर्फ सत्ता के लिए बयानबाज़ी”
उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा कि वे हर बार हार का ठीकरा संस्थाओं पर फोड़ने की कोशिश करते हैं। “जब जनता ने आपको तीसरी बार किनारे कर दिया तो अब आप अपनी खीझ चुनाव आयोग पर निकाल रहे हैं,” संजय सेठ ने कहा। उन्होंने आगे कहा कि देश की जनता समझदार है और जानती है कि कौन सच्चाई के साथ है और कौन सिर्फ सत्ता के लिए बयानबाज़ी कर रहा है।केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कभी-कभी आप सिंदूर पर भी सवाल खड़े कर देते हैं। क्या हो गया है राहुल गांधी को? यही कारण है कि जनता उन्हें गंभीरता से नहीं लेती। अगर यही रवैया रहा तो बिहार में भी उन्हें जनता किनारे लगा देगी।”
संस्थाओं पर लगातार हमलावर हैं राहुल गांधी
बता दें कि राहुल गांधी कई बार ईडी (ED), सीबीआई (CBI), चुनाव आयोग और ईवीएम (EVM) जैसी संवैधानिक संस्थाओं की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं। उनके अनुसार, ये संस्थाएं केंद्र सरकार के दबाव में काम कर रही हैं और विपक्ष को निशाना बनाया जा रहा है।हालांकि बीजेपी और एनडीए के नेता इसे विपक्ष की हार की हताशा बता रहे हैं। संजय सेठ का यह बयान भी इसी सिलसिले की कड़ी है, जिसमें उन्होंने कहा कि राहुल गांधी को आत्ममंथन करना चाहिए न कि बार-बार संवैधानिक संस्थाओं को कठघरे में खड़ा करना चाहिए।
संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप
संजय सेठ का यह बयान एक बार फिर राजनीतिक माहौल को गर्म कर सकता है। जहां एक ओर विपक्ष सरकार पर संस्थाओं के दुरुपयोग का आरोप लगाता रहा है, वहीं सरकार इसे जनता के फैसले का अपमान मानती है। अब देखना यह होगा कि राहुल गांधी इस पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और यह बहस किस दिशा में आगे बढ़ती है।
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