UP Board Exam 2025:उत्तर प्रदेश बोर्ड (UP Board) ने 2025 की इंटरमीडिएट प्रायोगिक परीक्षा की तिथियों में बड़ा बदलाव किया है। यह बदलाव जेईई मेंस परीक्षा के कारण किया गया है, जो 22 जनवरी से 30 जनवरी तक आयोजित होने वाली है। अब यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षा दो चरणों में होगी, जिनकी तिथियां फिर से निर्धारित की गई हैं।
नई तिथियां और परीक्षा का आयोजन

अब यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा के पहले चरण की शुरुआत 1 फरवरी से होगी और यह 8 फरवरी तक चलेगी। दूसरे चरण की परीक्षा 9 फरवरी से 16 फरवरी के बीच आयोजित की जाएगी। पहले चरण की परीक्षा अलीगढ़, मेरठ, मुरादाबाद, कानपुर, प्रयागराज, मीरजापुर, वाराणसी, और गोरखपुर मंडल के सभी जनपदों में आयोजित की जाएगी। वहीं, दूसरे चरण में आगरा, सहारनपुर, बरेली, लखनऊ, झांसी, चित्रकूट, अयोध्या, आजमगढ़, देवीपाटन और बस्ती मंडल के जनपदों में परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
पहले का शेड्यूल और बदलाव की वजह

पहले यूपी बोर्ड की प्रैक्टिकल परीक्षा 23 जनवरी से 31 जनवरी के बीच होनी थी, जबकि दूसरे चरण की परीक्षा 1 फरवरी से 8 फरवरी तक निर्धारित थी। लेकिन जेईई मेंस परीक्षा के चलते इन तिथियों में बदलाव किया गया। अब बोर्ड ने नई समय सारणी के अनुसार परीक्षा की तिथियां तय की हैं।
बदलाव क्यों किया गया?

ज्यादातर विद्यार्थियों का ध्यान जेईई मेंस परीक्षा में लगा रहता है, जिससे यूपी बोर्ड ने यह कदम उठाया। जेईई मेंस परीक्षा के चलते छात्रों को इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षा में भाग लेने में असुविधा हो सकती थी, इसलिए बोर्ड ने तिथियों में बदलाव किया है ताकि छात्रों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े।
प्रैक्टिकल परीक्षा के महत्व पर नजर

इंटरमीडिएट प्रैक्टिकल परीक्षा छात्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होती है, क्योंकि यह उनके शैक्षिक परिणाम का हिस्सा बनती है। इसके अलावा, प्रैक्टिकल परीक्षा से छात्रों की विषयों पर समझ और कौशल का मूल्यांकन किया जाता है।यूपी बोर्ड ने समय सारणी में बदलाव के बाद छात्रों को अपनी तैयारी में कोई भी दिक्कत न हो, इसके लिए आवश्यक निर्देश भी जारी किए हैं। अब छात्रों के पास अपने प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए तैयारी करने का पर्याप्त समय होगा।
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नए शेड्यूल से छात्रों को राहत
नई तिथियों के अनुसार, छात्रों को पहले से निर्धारित शेड्यूल के मुकाबले अतिरिक्त समय मिल गया है, जो कि उनके लिए राहत की बात है। अब वे अपनी प्रैक्टिकल परीक्षा की तैयारी अच्छे से कर सकते हैं और जेईई मेंस परीक्षा में भी अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन कर सकते हैं।इस बदलाव के बाद, यूपी बोर्ड के छात्रों के बीच यह निर्णय सकारात्मक रूप से देखा जा रहा है और अब वे बिना किसी तनाव के अपनी परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।

