UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिवाली से पहले राज्य के 75 जिलों में हर साल 10 दिन तक व्यापार मेले आयोजित करने की घोषणा की है। गोरखपुर में यह ऐलान करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह पहल त्योहारों से पहले लोगों को खरीदारी का अवसर देने के लिए की गई है। अब लोगों को दूर-दराज के बाजारों तक जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी क्योंकि उनके अपने जिले में ही बड़े और व्यवस्थित बाजार मिलेंगे।
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ट्रेड फेयर की शुरुआत और सीएम का निरीक्षण
बताते चले कि, इस वर्ष उत्तर प्रदेश में दिवाली से पहले ट्रेड फेयर की शुरुआत 26 अक्टूबर से होगी। सीएम योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में आयोजित इन मेलों के स्टॉल्स का निरीक्षण भी किया। उन्होंने यहां स्वदेशी उत्पादों को भी बारीकी से देखा और उनकी गुणवत्ता की सराहना की। यह पहल स्थानीय उत्पादकों को सीधे उपभोक्ताओं तक पहुंचने का मौका देगी।
स्वदेशी उत्पादों और ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इन मेलों का उद्देश्य स्वदेशी उत्पादों, कारीगरों और छोटे उद्योगों को बढ़ावा देना है। ‘वोकल फॉर लोकल’ के तहत इस पहल से छोटे कारीगरों को लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। त्योहारों के दौरान स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देना सरकार की प्राथमिकता है ताकि ग्रामीण और शहरी दोनों स्तर पर रोजगार के अवसर बढ़ सकें।
दिवाली के पहले बाजारों में रौनक बढ़ाने का प्रयास
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिवाली के समय बाजारों में रौनक होती है और हर व्यक्ति त्योहार के मौके पर खरीदारी करना चाहता है। इसी भावना को ध्यान में रखकर राज्य सरकार ने फैसला किया है कि हर जिले में 10 दिन के ट्रेड फेयर लगेंगे। इससे लोगों को खरीदारी के लिए एक संगठित मंच मिलेगा और त्योहारों की खुशियाँ दोगुनी होंगी।
ट्रेड फेयर में कौन-कौन से उत्पाद शामिल होंगे?
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि , ट्रेड फेयर में हैंडलूम, हस्तशिल्प, कृषि उत्पाद, खाद्य प्रसंस्करण, MSME सेक्टर और वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP) के तहत आने वाले उत्पादों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। इसके अलावा, महिला स्वयं सहायता समूहों और ग्रामीण उद्यमियों को भी स्टॉल उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे सीधे अपने उत्पाद बेच सकें और उनकी आमदनी बढ़े।
व्यापार को बढ़ावा और रोजगार के अवसर
योगी सरकार का मानना है कि इस पहल से न केवल स्थानीय व्यापार को मजबूती मिलेगी बल्कि नए रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे। दिवाली से पहले के खरीदारी सीजन में उपभोक्ताओं को भी एक ही जगह पर विभिन्न प्रकार के उत्पाद उपलब्ध होने से सुविधा होगी, जिससे उनका समय और पैसा दोनों बचेगा।
सुरक्षा और स्वच्छता के साथ व्यवस्थित आयोजन
ट्रेड फेयर के सफल आयोजन के लिए जिला प्रशासन, उद्योग विभाग और नगर निकायों को समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही सुरक्षा, स्वच्छता और ट्रैफिक प्रबंधन पर विशेष ध्यान दिया जाएगा ताकि परिवार सहित लोग सुरक्षित और आरामदायक तरीके से खरीदारी का आनंद ले सकें। इस तरह उत्तर प्रदेश में दिवाली से पहले शुरू हो रहे ये ट्रेड फेयर न केवल त्योहार की रौनक बढ़ाएंगे, बल्कि स्थानीय कारीगरों और उद्यमियों के लिए एक सुनहरा अवसर भी साबित होंगे। इस पहल से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
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