UP News: उत्तर प्रदेश में बिजली कटौती की समस्या इन दिनों एक प्रमुख समस्या बनी हुई है जिसको लेकर प्रदेश की जनता ऊर्जा मंत्री एके शर्मा पर अपना गुस्सा फोड़ रही है।बिजली कटौती की समस्या को लेकर जनता जब मंत्री जी के पास शिकायत लेकर पहुंचती है तो मंत्री उनके सामने जय श्री राम और हर हर महादेव का जयघोष कर समस्याओं से मुंह मोड़ने की कोशिश करते हैं इसका एक वीडियो भी बीते दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।
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बिजली समस्याओं पर सीएम योगी सख्त

प्रदेश में बिजली कटौती और ओवरबिलिंग को लेकर सीएम योगी ने अब सख्त रुख अपनाया है।बिजली कटौती की लगातार आ रही शिकायतोंको लेकर सीएम योगी ने विभागीय अधिकारियों को सख्त हिदायत दी है और कहा कि,बिजली व्यवस्था अब केवल प्रशासनिक या तकनीकी विषय नहीं है बल्कि जनता के भरोसे और शासन की संवेदनशीलता का पैमाना बन चुकी है।
समीक्षा बैठक में अधिकारियों को दी सख्त हिदायत
सीएम योगी ऊर्जा विभाग की शुक्रवार को एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में कहा कि,ट्रिपिंग,ओवरबिलिंग और अनावश्यक कटौती अब किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।उन्होंने अधिकारियों को सख्त लहजे में कहा बिजली विभाग की कमियों को सुधारना होगा वरना लापरवाही के चलते कार्रवाई अवश्य होगी।
एके.शर्मा ने अधिकारियों को लगाई फटकार

आपको बता दें कि,इससे पहले ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने भी बिजली विभाग की कमियों को लेकर लगातार आ रही शिकायतों को लेकर अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई थी उन्होंने तो यहां तक कहा था कि,अगर आपको लगता है जनता को परेशान करके आप किसी के संरक्षण में बचे रह सकते हैं तो ये आपकी बहुत बड़ी भूल है अगर मैं कार्रवाई करने के मूड में आया तो कोई नहीं बचा पाएगा।मंत्री एके शर्मा ने गुरुवार को मऊ में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा कि,अगर मैंने रामजी की तरह तीर छोड़ दिया तो दिल्ली तक राष्ट्रपति भवन तक कोई बचाने वाला नहीं होगा।
अधिकारियों ने CM के सामने खुद थपथपाई अपनी पीठ
वहीं सीएम योगी की अध्यक्षता में शनिवार को बिजली विभाग की उच्च स्तरीय बैठक में अधिकारियों ने सीएम को अवगत कराया कि,जून 2025 में उत्तर प्रदेश ने रिकॉर्ड 31,486 मेगावाट की अधिकतम बिजली मांग सफलतापूर्वक पूरी की।इस अवधि में 16,930 मिलियन यूनिट बिजली की आपूर्ति की गई।अधिकारियों ने सीएम योगी को बताया लगातार बढ़ते तापमान और उमस के कारण बिजली आपूर्ति की अप्रत्याशित मांग बढ़ी है इसके बावजूद शहरी क्षेत्रों में औसतन 24 घंटे,तहसील स्तर पर 21.5 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे तक बिजली आपूर्ति उपलब्ध कराई गई।
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