UP News: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लखनऊ के जयप्रकाश नारायण इंटरनेशनल सेंटर (JPNIC) को लखनऊ विकास प्राधिकरण (LDA) को सौंपे जाने के राज्य सरकार के फैसले की कड़ी आलोचना की है। अखिलेश यादव ने इसे समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण की विरासत का अपमान बताते हुए, इस कदम पर गहरी निराशा जताई। उन्होंने कहा, “हम और चौधरी साहब विशेष रूप से दुखी हैं क्योंकि हम JPNIC सोसाइटी के संस्थापक सदस्य थे और इसका उद्देश्य लोकतंत्र के लिए संघर्ष की याद दिलाना था।”
अखिलेश यादव ने केंद्र से जुड़े अपने अनुभवों को साझा किया
अखिलेश यादव ने JPNIC के बारे में एक किस्सा साझा किया, जिसमें उन्होंने बताया कि यह संस्थान लंबे समय से बंद पड़ा हुआ था। उन्होंने बताया, “जब मैं एक बार इंटरव्यू के लिए वहां गया था, गार्ड को निलंबित कर दिया गया था। मुझे कहा गया कि मेरी जेब में पानी की बोतल थी, इसलिए मुझसे बोतल को बाहर निकालने को कहा गया।” इसके साथ ही, उन्होंने ने यह भी याद किया कि जब जयप्रकाश नारायण ने JPNIC की आधारशिला रखी थी, तो कई समाजवादी नेता वहां मौजूद थे। उन्होंने कहा कि यह इमारत समाज के लिए लोकतंत्र और बदलाव के संघर्ष को देखने की उम्मीद थी।
LDA को इमारत सौंपने पर अखिलेश ने उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने JPNIC की इमारत को LDA को सौंपे जाने की आलोचना करते हुए कहा, “यह इमारत LDA को दे दी गई, लेकिन LDA का क्या काम है? LDA इमारतें नहीं बनाता, बल्कि मछली बाजार बनाता है।” इसके बाद उन्होंने इस संस्थान की रक्षा करने का अपनी पार्टी का संकल्प दोहराया और कहा, “अगर इसे बेचना है, तो हम समाजवादी लोग इसे खरीद लेंगे।” यह बयान समाजवादी पार्टी के बढ़ते आक्रामक रुख को दर्शाता है, जिसमें वे JPNIC के महत्व को लेकर अपने मत स्पष्ट कर रहे थे।
अखिलेश यादव ने बिहार में BJP की विश्वसनीयता पर उठाए सवाल
अखिलेश यादव ने एक तीखे राजनीतिक हमले में भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को बिहार में जयप्रकाश नारायण की विरासत का कोई सम्मान नहीं है। उन्होंने कहा, “जो लोग JPNIC को नष्ट करने की कोशिश कर रहे हैं, वे बिहार में वोट मांगने के लिए किस मुंह से जाएंगे? यह संस्थान जयप्रकाश नारायण की विरासत को समर्पित था, और वे उसकी नफरत करते हैं।” इसके साथ ही, उन्होंने भाजपा के व्यवहार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यह पार्टी अपनी प्राथमिकताओं को भूल चुकी है।
बिहार चुनाव में BJP की रणनीति पर अखिलेश का कटाक्ष
गुरुवार को आजमगढ़ में नए पार्टी कार्यालय के उद्घाटन के अवसर पर अखिलेश यादव ने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि जब भी बिहार में चुनाव होते हैं, कुछ पार्टियां आरक्षण, संविधान, समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता के खिलाफ बोलकर जनता का ध्यान भटकाने की कोशिश करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा इन मुद्दों पर सीधे तौर पर बोलने से डरती है, क्योंकि उसे वोट खोने का डर है। इसलिए, भाजपा परोक्ष रूप से समाजवाद और धर्मनिरपेक्षता पर हमला करती है, जबकि उसकी अपनी पार्टी उन मूल्यों से भटक चुकी है।
अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि भाजपा ने अपने मूल सिद्धांतों को छोड़ दिया है, और वह अब समाजवादी और धर्मनिरपेक्ष रास्ते पर चलने की अपनी प्रतिबद्धता भूल चुकी है। यह बयान बिहार के आगामी चुनावों को लेकर अखिलेश यादव की राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करता है, जिसमें वे भाजपा को निशाने पर लेकर समाजवादी विचारधारा की अहमियत को उजागर कर रहे हैं।
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