UP News: उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर की तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उनकी सेहत में सुधार की जानकारी मिल रही है, वहीं मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद अस्पताल पहुंचकर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। इस दौरान सीएम के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना भी मौजूद रहे।
सीएम योगी की अस्पताल में मौजूदगी

जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अस्पताल पहुंचे तो उनके साथ राजभर के दोनों बेटे अरुण राजभर और अरविंद राजभर भी मौजूद थे। सीएम ने डॉक्टरों से उनके स्वास्थ्य की विस्तृत जानकारी ली और परिवार से बातचीत कर उन्हें ढांढस बंधाया।राजभर से पहले पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद डॉ. दिनेश शर्मा भी अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने स्वास्थ्य की जानकारी लेने के बाद उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। वहीं, कैबिनेट मंत्री विजयलक्ष्मी गौतम और दारा सिंह चौहान ने भी मेदांता अस्पताल जाकर ओम प्रकाश राजभर से मुलाकात की थी।
कैबिनेट मंत्री की तबीयत बिगड़ने की पूरी कहानी
21 सितंबर को कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर की अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। उस समय डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने खुद उन्हें लखनऊ के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया। जांच में सामने आया कि उन्हें माइनर ब्रेन स्ट्रोक हुआ है। स्थिति को देखते हुए अगले दिन उन्हें मेदांता अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया।
डॉक्टरों की देखरेख में चल रहा इलाज
मेदांता अस्पताल की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, ओम प्रकाश राजभर को 21 सितंबर को शाम 3:55 बजे आपातकालीन विभाग में लाया गया था। उनकी देखरेख वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ. अनूप कुमार ठक्कर और डॉ. राकेश मिश्रा कर रहे हैं। डॉक्टरों ने बताया कि उनका इलाज लगातार चल रहा है और उनकी स्थिति में निरंतर सुधार हो रहा है।अस्पताल प्रशासन ने कहा कि राजभर को बेहतर इलाज और निगरानी के लिए अभी अस्पताल में ही रहना होगा। वहीं, परिवार और समर्थकों को यह जानकारी देकर आश्वस्त किया गया है कि फिलहाल किसी गंभीर चिंता की बात नहीं है।
स्वास्थ्य में सुधार, समर्थक कर रहे दुआएँ
मेदांता अस्पताल से जारी हेल्थ बुलेटिन में यह भी बताया गया कि राजभर की तबीयत पहले से बेहतर है और वह डॉक्टरों की निगरानी में तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर पार्टी कार्यकर्ता और समर्थक लगातार दुआएँ कर रहे हैं। अस्पताल परिसर के बाहर कई लोग उनके स्वस्थ होने की प्रार्थना करते दिखाई दिए।

