UP News: गाजियाबाद के मोदीनगर की जनता कॉलोनी में एक ऐसी वारदात सामने आई जिसने पूरे इलाके को हिला दिया। जिस मां ने बेटे को जन्म दिया और जीवनभर उसका पालन-पोषण किया, उसी बेटे ने उसकी सांसें हमेशा के लिए छीन लीं। 65 वर्षीय मधु देवी की खून से लथपथ लाश कमरे में पड़ी थी और पास ही उसका बेटा राहुल शर्मा बैठा हुआ था। यह दृश्य पुलिस के लिए भी हैरान कर देने वाला था। सवाल उठता है कि आखिर कैसे एक बेटा अपनी ही मां का दुश्मन बन गया।
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दारोगा पद पर कार्यरत थे प्रकाश शर्मा
जनता कॉलोनी में रहने वाले वेद प्रकाश शर्मा आबकारी विभाग में दारोगा के पद पर कार्यरत थे। उनके निधन के बाद पत्नी मधु देवी ने अपने बच्चों की शादियां कर दीं और परिवार सामान्य जीवन जी रहा था। लेकिन इस परिवार के भीतर चल रहा विवाद किसी को दिखाई नहीं दिया।
बेटे का पुलिस स्टेशन पहुंचना
शनिवार दोपहर अचानक राहुल शर्मा खुद थाने पहुंचा और पुलिस को बताया कि उसने अपनी मां की हत्या कर दी है। उसकी बात सुनकर अधिकारी भी स्तब्ध रह गए। पुलिस टीम तुरंत उसके घर पहुंची, जहां मधु देवी का शव खून से सना हुआ मिला। गला धारदार हथियार से काटा गया था।
पेंशन और मकान बना विवाद की जड़
जानकारी के अनुसार, राहुल अपनी मां से लंबे समय से नाराज था। पिता की पेंशन मधु देवी अपनी बेटियों को देती थीं, जिससे राहुल असंतुष्ट रहता था। उसे डर था कि कहीं मकान का हिस्सा भी बेटियों को न दे दिया जाए। इसी शक और लालच ने उसके मन में अपनी मां के प्रति नफरत भर दी और उसने हत्या जैसा कदम उठा लिया।
कत्ल से पहले पत्नी को भेजा मायके
राहुल शादीशुदा है और उसका एक बच्चा भी है। घटना से कुछ दिन पहले उसने अपनी पत्नी परिणिता को मायके भेज दिया था। शनिवार दोपहर करीब 12 बजे उसने मां को अकेला पाकर हत्या की योजना को अंजाम दिया। चौंकाने वाली बात यह रही कि हत्या करने के बाद वह करीब दो घंटे तक शव के पास बैठा रहा।
पुलिस की कार्रवाई
हत्या स्वीकार करने के बाद पुलिस ने राहुल को तुरंत गिरफ्तार कर लिया। हत्या में इस्तेमाल धारदार हथियार भी बरामद कर लिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस अब पूरे मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि इस घटना के पीछे की सच्चाई सामने आ सके।
