UP News: उत्तर प्रदेश के चर्चित अंसारी परिवार से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. मरहूम मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को गाजीपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. उस पर आरोप है कि उसने कोर्ट में जाली दस्तावेज पेश किए. इस गिरफ्तारी को लेकर अब राजनीतिक घमासान मच गया है. सपा सांसद और उमर के चाचा अफजाल अंसारी ने पुलिस की इस कार्रवाई को पूरी तरह राजनीतिक करार दिया है. उन्होंने कहा कि, “उमर कुछ लोगों की आंखों में खटकने लगा था। इसलिए उसे गिरफ्तार किया गया ताकि उसका हौसला तोड़ा जा सके. लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं।”
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‘उमर से जनता को प्यार है, वो किसी से झगड़ा नहीं करता’ – अफजाल
अफजाल अंसारी ने उमर के चरित्र को लेकर भी स्पष्ट राय दी. उन्होंने कहा, “उमर नशा नहीं करता, किसी से झगड़ा नहीं करता, बस मूंछों पर ताव देता है, और शायद यही कुछ लोगों को चुभता है. उमर को जनता का साथ मिला है, यही कारण है कि उसे साजिशन जेल भेजा गया है।”
चाचा का आरोप
सांसद अफजाल अंसारी के मुताबिक, जब पुलिस उमर को गिरफ्तार करने गई, वह अपने बड़े भाई अब्बास अंसारी के लखनऊ स्थित सरकारी आवास पर मौजूद था. अफजाल ने कहा, “मैं संसद सत्र के कारण दिल्ली में था। तभी खबर मिली कि उसी दिन एक मुकदमा दर्ज कर उमर को गिरफ्तार कर लिया गया।”
अफजाल ने बताया पूरी प्रक्रिया को गलत
अफजाल ने दावा किया कि इस केस में FIR दर्ज करने से लेकर गिरफ्तारी तक की प्रक्रिया पूरी तरह पक्षपातपूर्ण रही. उन्होंने कहा, “जिस दारोगा ने एफआईआर लिखी, उसी ने जांच की और उसी ने गिरफ्तार किया। हम कोर्ट में इस मामले को चुनौती देंगे।”
राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप
अफजाल ने दावा किया कि ये सारी कार्रवाई आगामी मऊ उपचुनाव को लेकर की जा रही है। उन्होंने कहा, “अब्बास अंसारी की सदस्यता हेट स्पीच मामले में खत्म हो गई है। अब उपचुनाव होना है। सरकार को डर है कि उमर उनके लिए चुनौती बन सकता है, इसलिए उसे जेल भेज दिया गया।” अफजाल ने अंत में कहा, “सरकार सोचती है कि उमर को जेल भेजकर हम लोगों का मनोबल तोड़ देगी. लेकिन ऐसा नहीं होगा। उमर हमारा होनहार बेटा है, और पहली बार जेल गया है। लेकिन ये जुल्म ज्यादा दिन नहीं चलेगा। हमारे हौसले और मजबूत होंगे।”