UP News: यूपी सरकार ने 1 नवंबर को घोषित किया सार्वजनिक अवकाश,कर्मचारियों और अभिभावकों को मिली राहत

उत्तर प्रदेश सरकार ने दीवाली के त्योहार पर प्रदेशवासियों को एक बड़ी राहत दी है। दिवाली के ठीक अगले दिन, एक नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है।

Akanksha Dikshit
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Lucknow: उत्तर प्रदेश सरकार ने दीवाली (Diwali) के त्योहार पर प्रदेशवासियों को एक बड़ी राहत दी है। दिवाली के ठीक अगले दिन, एक नवंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया गया है। पहले इस दिन सरकारी कार्यालय खुले रहते थे, लेकिन प्रदेश सरकार के इस फैसले के बाद अब विभिन्न सरकारी कार्यालय और माध्यमिक विद्यालय बंद रहेंगे। सरकार के इस निर्णय से सरकारी कर्मचारियों और अभिभावकों के साथ ही विद्यार्थियों को भी राहत मिलेगी। यूपी सरकार के इस फैसले के बाद राज्य के सरकारी कर्मचारी, शिक्षक और विद्यार्थी अब दीवाली के त्योहार को अधिक उत्साह और सुकून से मना सकेंगे। इस अवकाश के चलते प्रदेश में त्योहारों के उल्लास में कोई कमी नहीं रहेगी और सभी लोग बिना किसी चिंता के दीपावली का आनंद उठा सकेंगे।

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बेसिक और माध्यमिक विद्यालयों में छुट्टियों का अलग-अलग पैटर्न

यूपी के बेसिक विद्यालयों में 30 अक्तूबर से तीन नवंबर तक नरक चतुर्दशी, दीपावली, गोवर्धन पूजा और भैया दूज आदि की छुट्टियां घोषित हैं। हालांकि, माध्यमिक विद्यालयों में पहले केवल 30 और 31 अक्तूबर को अवकाश था, लेकिन अब एक नवंबर को भी छुट्टी मिलने के बाद शिक्षकों और विद्यार्थियों में खुशी की लहर है। दो नवंबर को गोवर्धन पूजा के उपलक्ष्य में अवकाश रहेगा, जिससे लगातार छुट्टियों के चलते त्योहार को आराम से मनाने का मौका मिलेगा।

इससे पहले शिक्षकों में इस बात को लेकर असंतोष था कि एक नवंबर को स्कूल खोलने के आदेश दिए गए थे, जबकि त्योहारों का सिलसिला लगातार चल रहा है। कई छात्रों और उनके अभिभावकों को यह परेशानी हो रही थी कि अगर एक दिन के लिए स्कूल खुलेंगे, तो दूर-दराज में रहने वाले लोग अपने गांव या शहर लौटने में असमर्थ रहेंगे। अब इस छुट्टी के फैसले के बाद सभी को राहत महसूस हो रही है।

ज्योतिषाचार्यों ने दी 31 अक्तूबर को ही दीपावली मनाने की सलाह

दीपावली की तिथि को लेकर प्रदेश में फैल रहे भ्रम को दूर करने के लिए केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के विद्वानों और प्रमुख ज्योतिषाचार्यों ने मंगलवार को एक ऑनलाइन बैठक आयोजित की। इस बैठक में विभिन्न राज्यों और नेपाल के प्रमुख ज्योतिषाचार्य भी शामिल हुए। बैठक का उद्देश्य दीपावली का सही मुहूर्त निर्धारित करना था, जिससे लोगों के मन में चल रही शंका को दूर किया जा सके।

प्रोफेसर सर्वनारायण झा ने बताया कि धर्मशास्त्र निर्णय सिंधु में “रजनी” शब्द का उल्लेख है, जो रात के बीच के समय को दर्शाता है। कुछ ज्योतिषाचार्यों ने इस शब्द को गलत तरीके से समझते हुए एक नवंबर को दीपावली का निर्धारण किया था। हालांकि, विशेषज्ञों की ऑनलाइन बैठक के बाद स्पष्ट किया गया कि दीपावली का पर्व 31 अक्तूबर को ही मनाना अधिक शुभ और उचित होगा। इस दिन सूर्यास्त के डेढ़ घंटे बाद से लक्ष्मी-गणेश पूजन का शुभ मुहूर्त रहेगा, जो शाम 6:48 से रात 8:18 बजे तक रहेगा। इस दौरान पूरी रात पूजन के लिए उपयुक्त मानी गई है।

बैठक में दरभंगा के प्रो. शिवाकांत झा, लखनऊ के प्रो. मदनमोहन पाठक, तिरुपति के प्रो. श्रीपाद भट्ट, नागपुर के प्रो. कृष्णकांत पांडेय, और कर्नाटक के प्रो. हंसधर झा सहित कई विद्वान शामिल हुए। इन सभी विद्वानों की सहमति से 31 अक्तूबर को ही दीपावली मनाने की घोषणा की गई।

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मध्य प्रदेश सरकार ने भी जारी किया सार्वजनिक अवकाश

मध्य प्रदेश सरकार ने भी अपने प्रदेश में गोवर्धन पूजा और भाई दूज के उपलक्ष्य में सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है। सरकार द्वारा जारी आदेश में कहा गया कि “निगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट 1881 की धारा 25 के अंतर्गत 1 नवंबर 2024 को गोवर्धन पूजा और 3 नवंबर 2024 को भाई दूज के अवसर पर सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।” इससे पहले, मध्य प्रदेश सरकार ने घोषणा की थी कि 3 नवंबर को रविवार होने के कारण सभी सरकारी दफ्तर बंद रहेंगे।

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