UP Police Encounter:सीतापुर में पत्रकार हत्याकांड के आरोपी मुठभेड़ में ढेर.. पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई

Mona Jha
UP Police Encounter
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UP Police Encounter:सीतापुर जिले में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को गुरुवार सुबह पुलिस और स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में ढेर कर दिया। यह मुठभेड़ पिसावां थाना क्षेत्र के अंतर्गत महोली-पिसावां मार्ग पर दूल्हापुर तिराहे के पास हुई। दोनों आरोपियों की पहचान संजय तिवारी और राजू तिवारी के रूप में हुई है, जिन पर एक-एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।

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पांच महीने पहले हुई थी पत्रकार की हत्या

महोली के निवासी और दैनिक जागरण के पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की हत्या 8 मार्च को सीतापुर-बरेली हाईवे पर स्थित हेमपुर रेलवे ओवरब्रिज पर कर दी गई थी। बाइक सवार हमलावरों ने उन पर चार गोलियां दागीं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई थी। इस घटना से पूरे जिले में सनसनी फैल गई थी और पत्रकार संगठनों ने कड़ी कार्रवाई की मांग की थी।

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मुठभेड़ में दोनों आरोपी घायल हुए

सीतापुर पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने बताया कि मुखबिर से मिली पुख्ता जानकारी के आधार पर पुलिस और एसटीएफ की पांच टीमें पिसावां थाना क्षेत्र में सक्रिय थीं। गुरुवार सुबह जब टीम चेकिंग अभियान में जुटी थी, तभी दूल्हापुर तिराहे के पास बाइक सवार दो संदिग्ध युवक नजर आए। पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में दोनों आरोपी गोली लगने से घायल हो गए।

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अस्पताल में इलाज के दौरान हुई मौत

गंभीर रूप से घायल दोनों बदमाशों को पहले पिसावां सीएचसी लाया गया, जहां से उन्हें जिला अस्पताल रेफर किया गया। जिला अस्पताल में इलाज के दौरान डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध हथियार, पिस्टल और कारतूस बरामद किए हैं। इन हथियारों का इस्तेमाल पत्रकार की हत्या में किया गया था या नहीं, इसकी जांच की जा रही है।

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एसटीएफ की कार्रवाई से जनता में राहत

इस मुठभेड़ के बाद पत्रकार समुदाय और आम जनता में राहत की भावना देखने को मिली है। पांच महीने से फरार चल रहे इन दोनों कुख्यात बदमाशों की गिरफ्तारी पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी। लगातार दबाव के बाद पुलिस और एसटीएफ ने संयुक्त रूप से यह बड़ी कार्रवाई कर मामले का पर्दाफाश किया।इस मुठभेड़ से यह संकेत भी मिला है कि प्रदेश सरकार पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है और अपराधियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस के इस साहसिक कदम की सराहना हर ओर हो रही है।

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