UP Police New DGP: उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार 31 मई 2025 को रिटायर हो रहे हैं। उनके रिटायरमेंट के मद्देनज़र प्रदेश में नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। मौजूदा कार्यवाहक डीजीपी प्रशांत कुमार को छह महीने के सेवा विस्तार की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं, हालांकि अभी तक गृह विभाग में इसको लेकर कोई आधिकारिक हलचल नहीं देखी गई है।
प्रशांत कुमार के बाद कौन बनेगा अगला मुखिया?
डीजीपी की दौड़ में प्रशांत कुमार के अलावा कई वरिष्ठ आईपीएस अधिकारियों के नाम चर्चा में हैं। इनमें 1990 बैच के डीजी होमगार्ड बीके मौर्य, एमके बशाल, राजीव कृष्ण और तिलोत्तमा वर्मा जैसे अनुभवी अफसर शामिल हैं। यदि प्रशांत कुमार को सेवा विस्तार नहीं मिलता है, तो इन्हीं में से किसी एक को कार्यवाहक डीजीपी बनाए जाने की संभावना है।
CM योगी के भरोसेमंद अफसर हैं प्रशांत कुमार
बताते चले कि, प्रशांत कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के भरोसेमंद अधिकारियों में गिना जाता है। यही वजह रही कि उन्हें कार्यवाहक डीजीपी जैसे अहम पद की जिम्मेदारी दी गई थी। अगर उन्हें सेवा विस्तार नहीं भी दिया गया, तो संभावना है कि रिटायरमेंट के बाद उन्हें किसी विशेष और प्रभावशाली पद पर नियुक्त किया जा सकता है।
तेजतर्रार छवि वाले अफसर हैं प्रशांत कुमार
प्रशांत कुमार अपनी सख्त और तेजतर्रार छवि के लिए जाने जाते हैं। 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी प्रशांत कुमार मूल रूप से बिहार के सिवान जिले के रहने वाले हैं। उनका जन्म 16 मई 1965 को हुआ था। पहले उनका चयन तमिलनाडु कैडर में हुआ था, लेकिन 1994 में उन्होंने यूपी कैडर में ट्रांसफर ले लिया था। वे अब तक तीन बार ब्रेवरी अवॉर्ड से सम्मानित हो चुके हैं और उन्हें राष्ट्रपति सम्मान भी मिल चुका है।
गृह विभाग की चुप्पी से बढ़ी अटकलें
प्रशांत कुमार के सेवा विस्तार या नए डीजीपी की नियुक्ति को लेकर अब तक गृह विभाग की ओर से कोई आधिकारिक संकेत नहीं मिला है। ऐसे में अटकलें और तेज हो गई हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या सरकार प्रशांत कुमार के अनुभव और छवि को देखते हुए उन्हें सेवा विस्तार देती है या फिर किसी नए चेहरे को कमान सौंपी जाती है।
उत्तर प्रदेश पुलिस के नए मुखिया को लेकर माहौल गर्म है। प्रशांत कुमार की विश्वसनीयता और योगदान को देखते हुए उन्हें सेवा विस्तार या कोई अन्य अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। वहीं, यदि ऐसा नहीं होता तो बीके मौर्य, एमके बशाल या राजीव कृष्ण जैसे वरिष्ठ अधिकारी डीजीपी की जिम्मेदारी संभाल सकते हैं। अगले कुछ दिनों में स्थिति साफ होने की संभावना है।