Mayawati on Akash Anand:उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक बड़ी हलचल मचाते हुए बहुजन समाज पार्टी (BSP) के प्रमुख मायावती ने दिल्ली में आयोजित एक बैठक में पार्टी के अंदर कुछ महत्वपूर्ण बदलावों का ऐलान किया। इस बैठक में मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद की पार्टी में वापसी की घोषणा की और उन्हें बड़ी जिम्मेदारी सौंपी। आकाश आनंद को इस बार पार्टी का मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक (National Coordinator) नियुक्त किया गया है, साथ ही उन्हें बिहार विधानसभा चुनाव में स्टार प्रचारक बनाने की भी घोषणा की गई है। यह कदम आकाश आनंद की धमाकेदार वापसी के तौर पर देखा जा रहा है, जो पहले फरवरी 2025 में बसपा से निष्कासित कर दिए गए थे, लेकिन बाद में अप्रैल में उन्हें पार्टी में पुनः शामिल किया गया।
आकाश आनंद को नई जिम्मेदारी मिली
मायावती ने आकाश आनंद की पार्टी में वापसी के बाद उन्हें एक अहम पद पर नियुक्त किया। अब वह बसपा के मुख्य राष्ट्रीय समन्वयक होंगे, और उनके ऊपर पार्टी के विभिन्न कार्यों और गतिविधियों का मार्गदर्शन करने की जिम्मेदारी होगी। मायावती के अनुसार, यह निर्णय पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं की सहमति से लिया गया है, और आकाश आनंद को यह नई जिम्मेदारी पार्टी के हित में मिलने वाली दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगी।

मायावती ने आकाश आनंद को विशेष तौर पर बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार की जिम्मेदारी भी सौंपी है, जो इस साल के अंत में होने वाला है। उन्हें स्टार प्रचारक के रूप में देखा जाएगा, और वह अपनी पूरी तैयारियों के साथ चुनाव प्रचार करेंगे। इस निर्णय से यह स्पष्ट होता है कि मायावती ने आकाश आनंद को पार्टी के विस्तार और मजबूती के लिए एक महत्वपूर्ण भूमिका में रखा है।
आकाश आनंद की भूमिका और बसपा की उम्मीदें
बसपा की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में मायावती ने कहा कि आकाश आनंद को पार्टी के नए राष्ट्रीय समन्वयक के रूप में नियुक्त करने से यह उम्मीद जताई जा रही है कि वह पार्टी को नई दिशा देंगे और उसकी गतिविधियों को और अधिक प्रभावी बनाएंगे। उन्होंने आकाश आनंद से यह भी अपेक्षाएं जताई हैं कि वह पार्टी के हित में हर प्रकार की सावधानी बरतते हुए संगठन को मजबूत बनाने में योगदान देंगे।आकाश आनंद को लेकर मायावती ने यह भी कहा कि उनकी वापसी पार्टी और आंदोलन दोनों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। साथ ही, यह भी उल्लेख किया गया कि आकाश आनंद ने बिहार चुनाव के लिए अपनी पूरी तैयारी कर ली है, और वह अकेले ही पार्टी के बल पर वहां चुनावी समर में कूदेंगे।
बिहार विधानसभा चुनाव पर हुई चर्चा

बैठक के दौरान मायावती ने यह भी खुलासा किया कि बिहार विधानसभा चुनाव के लिए बसपा ने अपनी रणनीति तय कर ली है। इस साल के अंत में होने वाले चुनाव को लेकर पार्टी ने एक अलग से बैठक की थी, जिसमें यह निर्णय लिया गया कि बसपा बिहार में अपने बलबूते पर चुनाव लड़ेगी। मायावती ने इस निर्णय को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि पार्टी इस बार पूरी तैयारी और योजना के साथ चुनाव में उतरने वाली है।