UP Pollution: नोएडा और गाजियाबाद में वायु प्रदूषण का स्तर एक बार फिर तेजी से बढ़ गया है। सोमवार दोपहर तक जहां लोगों को थोड़ी राहत मिली थी और कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से नीचे दर्ज किया गया था, वहीं शाम होते-होते हवा की गुणवत्ता बिगड़ गई। मंगलवार सुबह हालात और खराब हो गए और हवा गंभीर श्रेणी में पहुंच गई।
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गाजियाबाद बना सबसे प्रदूषित शहर

गाजियाबाद में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक दर्ज किया गया। लोनी इलाके में मंगलवार सुबह 6 बजे AQI 415 तक पहुंच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है। वहीं इंदिरापुरम में AQI 343 और संजय नगर में 305 दर्ज किया गया। इन आंकड़ों से साफ है कि गाजियाबाद फिलहाल यूपी का सबसे प्रदूषित शहर बना हुआ है।
नोएडा और ग्रेटर नोएडा की स्थिति
नोएडा में भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। सेक्टर-125 में AQI 378, सेक्टर-116 में 391 और सेक्टर-1 में 360 दर्ज किया गया। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क-5 में प्रदूषण का स्तर सबसे अधिक रहा, जहां AQI 398 तक पहुंच गया। ये सभी आंकड़े बेहद खराब श्रेणी की हवा को दर्शाते हैं।
नवंबर के अंत में मिली थी राहत
नवंबर के आखिरी सप्ताह में प्रदूषण के स्तर में थोड़ी गिरावट देखी गई थी। हवा की गति बढ़ने से धूल और धुएं के कण ऊपर उठ गए थे, जिससे AQI कई जगहों पर 300 से नीचे चला गया था। लेकिन दिसंबर की शुरुआत में हालात फिर बिगड़ गए और हवा जहरीली हो गई।
यूपी के अन्य शहरों में भी बढ़ा प्रदूषण
नोएडा और गाजियाबाद के अलावा यूपी के अन्य शहरों में भी प्रदूषण का स्तर बढ़ा है। हापुड़ में AQI 344, मेरठ के पल्लवपुरम में 317, मुजफ्फरनगर में 301 और बुलंदशहर में 285 दर्ज किया गया। ये सभी आंकड़े बेहद खराब श्रेणी की हवा को दर्शाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
सर्दियों में प्रदूषण क्यों बढ़ता है
सर्दियों के मौसम में प्रदूषण का स्तर हर साल बढ़ जाता है। ठंड के कारण वातावरण में मौजूद धूल और धुएं के कण ऊपर नहीं जा पाते और हवा में ही घुल जाते हैं। यही वजह है कि दिल्ली-एनसीआर से सटे यूपी के जिलों में वायु गुणवत्ता बिगड़ जाती है। मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना जताई है, जिससे प्रदूषण का स्तर और खराब हो सकता है।
राहत की उम्मीद कम

मौसम विभाग की भविष्यवाणी के अनुसार, फिलहाल लोगों को प्रदूषण से राहत मिलती नहीं दिख रही है। हवा की गुणवत्ता गंभीर और बेहद खराब श्रेणी में बनी रहने की आशंका है। ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की जरूरत है।
यह स्थिति दर्शाती है कि नोएडा, गाजियाबाद और आसपास के जिलों में वायु प्रदूषण एक गंभीर समस्या बन चुका है। ठंड के मौसम में यह समस्या और बढ़ जाती है, जिससे सांस लेना दूभर हो जाता है।
