UP SIR News : उत्तर प्रदेश में चुनाव आयोग द्वारा कराए जा रहे स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया इन दिनों तेजी से आगे बढ़ रही है। इस अभियान का उद्देश्य मतदाता सूची को अधिक सटीक और पारदर्शी बनाना बताया जा रहा है। लेकिन राजनीतिक गलियारों में यह मुद्दा विवाद का विषय बन गया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने इस प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाते हुए इसे लोकतंत्र के खिलाफ एक “महा-षड़यंत्र” करार दिया है।
UP SIR News: अखिलेश यादव ने उठाए SIR पर गंभीर सवाल
अखिलेश यादव ने अपने एक्स (पूर्व ट्विटर) पोस्ट के माध्यम से SIR प्रक्रिया पर तीखा हमला बोला। उन्होंने दावा किया कि मतदाता सूची के नाम काटने की कार्रवाई सिर्फ शुरुआत है। उनके अनुसार, “यदि आज वोट काटने की बात हो रही है, तो कल सरकार नागरिकों के हिस्से में आने वाले अन्य अधिकारों—खेत, जमीन, मकान, राशन कार्ड, जाति प्रमाणपत्र और यहां तक कि आरक्षण—से भी नाम हटाने की कोशिश कर सकती है।” उन्होंने कहा कि यह क्रम आगे बढ़कर मध्यम वर्ग के बैंक खातों और लॉकरों तक जा सकता है, जो लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए बेहद खतरनाक संकेत हैं।
UP SIR News :“यह लोकतंत्र के साथ धोखाधड़ी है”-अखिलेश यादव
अपने पोस्ट में अखिलेश यादव ने इस पूरी प्रक्रिया को लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ बताया। उन्होंने कहा कि SIR की आड़ में चुनावी सिस्टम को प्रभावित करने का प्रयास हो रहा है। यादव के अनुसार, “यह देशवासियों के खिलाफ एक ऐसी गहरी साजिश है, जो हमें अंग्रेजों की गुलामी के दौर से भी बदतर स्थिति में पहुंचा सकती है।” उन्होंने चेतावनी दी कि यह समय देश के हर नागरिक के चौकन्ने होने का है। उन्होंने जोर देकर कहा कि हर मतदाता को अपने वोट की रक्षा करनी चाहिए, क्योंकि यही पहचान और अधिकारों की आधारशिला है।
विपक्ष और NDA सहयोगियों से की एकजुट होने की अपील
सपा मुखिया ने न केवल विपक्षी दलों बल्कि NDA के सहयोगी दलों से भी SIR के मुद्दे पर एकजुट होकर बीजेपी का विरोध करने की अपील की। उनके मुताबिक, “जो दल बीजेपी को समर्थन दे रहे हैं, उन्हें समझ लेना चाहिए कि सबसे पहले उन्हीं का राजनीतिक अस्तित्व खतरे में पड़ेगा। बीजेपी अपने सहयोगियों को भी बख्शने वाली नहीं है।” अखिलेश ने कहा कि विपक्ष को इस “महा-षड़यंत्र” को बेनकाब करना होगा ताकि लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुरक्षित रखा जा सके।
“SIR की घपलेबाजी रोकना हर नागरिक की जिम्मेदारी”
अखिलेश ने देशवासियों से अपील की कि वे अपने रोजमर्रा के कामों से ऊपर उठकर SIR में हो रही कथित अनियमितताओं का विरोध करें। उन्होंने आरोप लगाया कि “बीजेपी, उसके सहयोगी दल और सरकार के कुछ प्रभावशाली लोग मिलकर चुनावी प्रक्रिया का अपहरण कर रहे हैं। इसमें चुनाव आयोग के कुछ भ्रष्ट अधिकारी भी शामिल हैं।” उनका कहना था कि इस स्थिति का विरोध करना हर नागरिक का कर्तव्य है ताकि चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष रह सकें।
“देश को सरेआम लूट से बचाना होगा”
अपनी पोस्ट के अंतिम हिस्से में अखिलेश यादव ने तीखे शब्दों में कहा कि देश को उन लोगों से बचाना होगा जो सत्ता के बल पर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रहे हैं। उन्होंने बीजेपी और उसके “अपरिवारवादी साथियों” पर आरोप लगाया कि वे हर स्तर पर नागरिकों की पहचान और अधिकारों को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं। अखिलेश ने चेताया कि यदि समय रहते विरोध न किया गया तो “कल को यही शासन नागरिकों को अपने ही देश में पराया बना देगा।”
Read More: SIR Protest: SIR के विरोध में सड़कों पर उतरे कांग्रेसी, UP से लेकर Bengal-MP तक प्रदर्शन

