UP Weather Update: उत्तर प्रदेश में मौसम ने अचानक करवट ले ली है। तेज आंधी, बारिश और ओलावृष्टि ने प्रदेश के कई जिलों में तबाही मचा दी है। इससे फसलों को भारी नुकसान हुआ है और कई स्थानों पर जन-धन की हानि की भी खबरें हैं। इस स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रभावित लोगों को तुरंत राहत पहुंचाई जाए और किसी भी तरह की देरी न हो।
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राहत कार्यों में तेजी के निर्देश
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया है कि जिन जिलों में जनहानि, पशुहानि या संपत्ति को नुकसान हुआ है, वहां तत्काल आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। इसके साथ ही सभी घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराया जाए। प्रशासन को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी पीड़ित को अनदेखा न किया जाए और राहत कार्यों को प्राथमिकता दी जाए।
गेहूं खरीद केंद्रों पर सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित करने के निर्देश
मुख्यमंत्री योगी ने यह भी कहा कि वर्तमान में प्रदेश में गेहूं की सरकारी खरीद प्रक्रिया जारी है, ऐसे में मंडियों और खरीद केंद्रों पर गेहूं का सुरक्षित भंडारण सुनिश्चित किया जाए। बारिश और ओलावृष्टि के कारण खुले में रखा गेहूं खराब हो सकता है, जिससे किसानों को भारी नुकसान हो सकता है।
मौसम विभाग का येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में 20 अप्रैल तक येलो अलर्ट जारी किया है। कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट भी घोषित किया गया है, जहां तेज हवाएं, ओलावृष्टि और बिजली गिरने की संभावना है। शुक्रवार को झांसी का तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जबकि लखनऊ में यह 36 डिग्री रहा।
अगले 72 घंटे तक मौसम रहेगा अस्थिर
पश्चिमी विक्षोभ और उत्तर-पूर्वी हवाओं के कारण वातावरण में नमी बढ़ गई है, जिससे अगले 72 घंटे तक मौसम में अस्थिरता बनी रहेगी। सहारनपुर से लेकर बलिया तक इसका असर देखा जा रहा है। लगातार बदलते मौसम ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है, खासकर उन किसानों की जिनकी फसलें कटाई के अंतिम चरण में थीं।
मुख्यमंत्री की अपील – घबराएं नहीं, सरकार पूरी तरह तैयार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं। सरकार हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार है और सभी नागरिकों की सुरक्षा प्राथमिकता है। अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए गए हैं कि जलभराव जैसी स्थिति में तत्काल निकासी की व्यवस्था की जाए और आवश्यक सेवाओं को सुचारु रखा जाए।
औद्योगिक विकास को लेकर भी बड़ा कदम
जहां एक ओर सरकार आपदा राहत में जुटी है, वहीं दूसरी ओर औद्योगिक विकास के लिए भी प्रयास जारी हैं। यूपीसीडा (UPECIDA) ने प्रदेश में औद्योगिक प्रगति को रफ्तार देने के लिए 6190 करोड़ रुपये का बजट पास किया है। यह राज्य में रोजगार और आर्थिक विकास को मजबूती देगा।
मौसम की मार सबसे ज्यादा किसानों पर
मार्च से मई के बीच प्रदेश में मौसम में असामान्य परिवर्तन होना सामान्य बात है। खासकर पश्चिमी विक्षोभ और स्थानीय हवाओं के कारण तेज हवाएं, बारिश और ओलावृष्टि होती रहती हैं। इसका सबसे बड़ा असर किसानों पर पड़ता है, जिनकी फसलें इस समय तैयार होती हैं। सरकार ने भरोसा दिलाया है कि किसानों की हरसंभव सहायता की जाएगी।