UP Weather: उत्तर प्रदेश में मौसम का रुख अचानक बदल गया है। सोमवार (15 सितंबर) को राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में हल्की बारिश हुई, जिससे लोगों को उमस और गर्मी से राहत मिली। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने मंगलवार, 16 सितंबर को राज्य के कई हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के मुताबिक पूर्वी और मध्य यूपी के कई जिलों में बारिश का असर ज्यादा देखने को मिलेगा।
Read more: Himachal Disaster: हिमाचल में कुदरत का कहर, बाढ़ और भूस्खलन से 400 से ज्यादा मौतें
कहां होगी भारी बारिश?

आईएमडी की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार मंगलवार को पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में और पूर्वी यूपी के कई जिलों में तेज बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
- भारी बारिश का अलर्ट – चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, जौनपुर और आजमगढ़।
- बारिश से प्रभावित जिले – देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, बलरामपुर और बहराइच।
- मध्यम से भारी बारिश की संभावना – लखीमपुर खीरी, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या और आसपास के क्षेत्र।
- गरज-चमक के साथ बारिश – कन्नौज, कानपुर, लखनऊ, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर समेत पश्चिमी यूपी के अन्य जिले।
इस चेतावनी के चलते प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
Read more: India vs Pakistan: भारत-पाकिस्तान मैच में ‘हैंडशेक विवाद’, PCB ने अपने ही अधिकारी को किया निलंबित
मौसम बदलने की वजह
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि इस बदलाव की मुख्य वजह बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी है, जो पूर्वी और मध्य उत्तर प्रदेश तक पहुंच रही है। इसी कारण से बारिश की गतिविधियां तेज हो गई हैं। साथ ही, दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी सामान्य तिथि 17 सितंबर से पहले ही 14 सितंबर को राजस्थान से शुरू हो चुकी है। वर्तमान में मानसून राजस्थान के कुछ हिस्सों से पीछे हट रहा है। इसके अतिरिक्त, बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्र और चक्रवाती प्रणाली भी राज्य में बारिश को और बढ़ावा दे रहे हैं।
Read more: Aaj Ka Rashifal: मेष से लेकर मीन राशि वालों के लिए कैसा रहेगा दिन? देखें आज का राशिफल
राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में अलर्ट

मौसम विभाग ने राजधानी लखनऊ में भी 17 और 18 सितंबर को भारी बारिश की संभावना जताई है। लगातार बारिश से निचले इलाकों में जलभराव और यातायात प्रभावित हो सकता है।
लोगों के लिए चेतावनी

आईएमडी ने जनता को सतर्क रहने की सलाह दी है, खासतौर पर नदी किनारे और निचले इलाकों में रहने वालों को। भारी बारिश से जलभराव की स्थिति बन सकती है। बिजली गिरने का खतरा बढ़ सकता है। किसानों और आम नागरिकों को अनावश्यक यात्रा से बचने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी गई है।
