SIR UP: जाति जनगणना पर यूपी में घमासान, अखिलेश ने ‘SIR’ के जरिए PDA को साधने की रणनीति बनाई

उत्तर प्रदेश में जातिगत जनगणना का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने मांग की है कि चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया के साथ ही जातियों की गणना भी की जाए। उन्होंने इसे पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है, जिससे सियासी हलचल बढ़ गई है।

Chandan Das
Akhilesh Yadav

SIR UP : समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई अहम मुद्दों पर अपनी राय रखी। सपा प्रमुख ने कहा कि समाजवादी पार्टी और पीडीए मिलकर देश में बदलाव लाने का काम करेंगे और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सरदार पटेल के नाम पर बड़े कदम उठाए जाएंगे।

एसआईआर में जाति गणना का प्रस्ताव

अखिलेश यादव ने जोर देकर कहा कि जब उत्तर प्रदेश में एसआईआर (सर्वे ऑफ़ इलेक्टोरल रेजिस्ट्रेशन) जैसी बड़ी एक्सरसाइज चल रही है और हर घर में अधिकारी वोटर से जुड़ रहे हैं, तो इसमें एक कॉलम और बढ़ाया जाए ताकि प्राइमरी जातीय जनगणना की जा सके। उन्होंने कहा कि जाति गणना भविष्य की योजना के लिए बेहद जरूरी है और सरकार को इसका पालन करना चाहिए।सपा प्रमुख ने कहा, “यह केवल एक कॉलम की मांग है। जाति गणना बाद में हो सकती है, लेकिन प्राइमरी डेटा को इकट्ठा करना अब जरूरी है। इससे वोटर लिस्ट में पारदर्शिता आएगी और लोकतंत्र मजबूत होगा।”

बिहार में एनडीए पर तीखा हमला

बिहार में हुई दुलारचंद यादव की हत्या पर अखिलेश यादव ने कहा कि एनडीए ने ऐसे प्रत्याशी मैदान में उतारे जो बड़े अव्वल दर्जे के बदमाश हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि चुनाव के दौरान इतनी बड़ी घटना होना स्पष्ट करता है कि राज्य में लॉ एंड ऑर्डर की स्थिति गंभीर है।अखिलेश यादव ने यूपी की सुरक्षा व्यवस्था पर भी चिंता जताते हुए कहा कि आंकड़े बताते हैं कि सबसे असुरक्षित बेटियां यूपी में हैं। उन्होंने विकास दुबे और अन्य मामलों का जिक्र करते हुए कहा, “पहले एक गाड़ी पलटाई थी और सरकार को बचाया गया। अगर सच्चाई सामने आई तो सरकार की पोल खुल जाएगी।”

किसानों और आम जनता के लिए घोषणाएं

सपा प्रमुख ने कहा कि मंडियों के प्राइवेट होने की तैयारी और किसानों के हितों की अनदेखी की जा रही है। बलरामपुर में स्वजातीय भाईयों के मामले पर पीडीए पर अन्याय हो रहा है। अखिलेश यादव ने भरोसा दिलाया कि समाजवादी सरकार बनने पर गरीबों को फ्री इलाज मिलेगा, एम्बुलेंस सेवाओं में बढ़ोतरी होगी और स्वास्थ्य सुविधाओं का स्तर सुधारा जाएगा।

शिक्षा और विकास पर फोकस

अखिलेश यादव ने विश्वविद्यालयों और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि सरदार पटेल के नाम पर तकनीकी शिक्षा में बड़े बदलाव किए जाएंगे। उन्होंने बनारस की दालमंडी के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि गालियों को तोड़ा जा रहा है लेकिन मुआवजा नहीं दिया जा रहा, जिसे जल्द ठीक किया जाएगा। अखिलेश यादव की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने यह साफ कर दिया कि समाजवादी पार्टी जाति गणना, लॉ एंड ऑर्डर, स्वास्थ्य और शिक्षा सुधार जैसे मुद्दों पर सक्रिय है और आगामी चुनावों में इन्हें प्रमुख एजेन्डा बनाएगी।

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