US Government Shutdown: एक ओर जहां अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत पर टैरिफ और वीजा शुल्क बढ़ाकर व्यापारिक दबाव बना रहे हैं, वहीं अमेरिका खुद एक बड़े राजनीतिक संकट का सामना कर रहा है। मंगलवार देर रात अमेरिकी सीनेट में जरूरी फंडिंग बिल पास नहीं हो पाया, जिससे सरकार के कई विभागों और एजेंसियों का कामकाज स्थानीय समय के अनुसार आधी रात से ही ठप हो गया।
फंडिंग बिल के लिए सीनेट में कम से कम 60 वोट चाहिए थे, लेकिन केवल 55 वोट मिले, जिसके कारण यह प्रस्ताव असफल रहा। रिपब्लिकन पार्टी के नेता जॉन थ्यून ने इस स्थिति पर निराशा जताई, लेकिन साथ ही उम्मीद भी व्यक्त की कि जल्द ही इस पर कोई समझौता हो सकता है। इस राजनीतिक deadlock से अमेरिका की सरकार के कामकाज पर गंभीर प्रभाव पड़ा है और आम जनता के लिए भी यह चिंता का विषय बन गया है।
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फंडिंग बिल फेल होने के कारण और राजनीतिक विवाद
रिपब्लिकन पार्टी का आरोप है कि यह एक ‘साफ-सुथरा फंडिंग बिल’ था, जिसे डेमोक्रेट्स ने राजनीतिक कारणों से पास नहीं होने दिया। वहीं, डेमोक्रेट्स ने इस बिल में हेल्थकेयर सब्सिडी के विस्तार और घरेलू योजनाओं में कटौतियों को वापस लेने की मांग की थी, जिसे रिपब्लिकन स्वीकार नहीं कर पाए। इस मत-विभाजन के बाद, व्हाइट हाउस के बजट ऑफिस ने सभी सरकारी एजेंसियों को ‘शटडाउन प्लान’ लागू करने का आदेश दे दिया। इसके लिए डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के बजट डायरेक्टर रसेल वॉट ने भी हस्ताक्षर किए।
गवर्नमेंट शटडाउन क्या होता है?
अमेरिका में गवर्नमेंट शटडाउन तब होता है जब अमेरिकी संसद सितंबर के अंत तक सरकार के लिए जरूरी बजट बिल पास नहीं कर पाती। अमेरिकी संविधान के अनुसार, सरकारी विभागों और कार्यक्रमों को चलाने के लिए हर साल संसद को फंडिंग बिल मंजूर करना होता है। अगर बिल पास नहीं होता तो सरकार के पास खर्च करने का कानूनी अधिकार नहीं रहता। इसके चलते हजारों फेडरल कर्मचारी वेतन के बिना छुट्टी पर चले जाते हैं और कई कर्मचारी बिना सैलरी के काम करते हैं। रक्षा मंत्रालय ने कहा है कि सैन्य अधिकारी और रिजर्व फोर्स काम जारी रखेंगे, लेकिन वेतन भुगतान फिलहाल रुका रहेगा।
शटडाउन का असर और राजनीतिक प्रतिक्रिया

डेमोक्रेट के एक नेता ने रिपब्लिकन पार्टी पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने अमेरिका को शटडाउन की स्थिति में पहुंचा दिया है। उन्होंने इस बात की चेतावनी दी कि लाखों अमेरिकी परिवार इस स्थिति का सामना कर रहे हैं और भविष्य में जनता रिपब्लिकन को इसके लिए जिम्मेदार ठहराएगी। इस शटडाउन के कारण फूड सेफ्टी जांच, एयर ट्रैवल कंट्रोल, संघीय अदालतें और कई अन्य सरकारी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं।
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अमेरिका में शटडाउन का इतिहास
एक रिपोर्ट के अनुसार, 1980 से अब तक अमेरिका में कुल 14 बार गवर्नमेंट शटडाउन हुआ है। सबसे लंबा शटडाउन 2018-19 में डोनाल्ड ट्रंप के कार्यकाल में हुआ था, जो 35 दिन तक चला था। यह शटडाउन अमेरिका के लिए एक गंभीर प्रशासनिक और राजनीतिक चुनौती बन गया है, जिसका असर आम नागरिकों की रोजमर्रा की जिंदगी पर भी पड़ता है।
अभी यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में दोनों पार्टियां कैसे इस संकट का समाधान निकालती हैं और अमेरिका की सरकार किस समय सामान्य कामकाज में वापस लौट पाती है।

