Uterine Inflammation: गर्भाशय में सूजन, क्या हैं इसके बारे में आम मिथ? जाने पूरी जानकारी

यह एक आम मिथक है कि गर्भाशय में सूजन केवल संक्रमण (जैसे बैक्टीरियल इंफेक्शन) के कारण होती है।

Shilpi Jaiswal

Uterine Inflammation: गर्भाशय में सूजन (Uterine Inflammation) एक सामान्य समस्या है जो महिलाओं को विभिन्न कारणों से हो सकती है। हालांकि यह स्थिति गंभीर हो सकती है, लेकिन इसके बारे में कई मिथक प्रचलित हैं। आइए जानते हैं कुछ आम मिथकों के बारे में और क्या कहते हैं एक्सपर्ट।

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गर्भाशय की सूजन केवल संक्रमण के कारण होती है

यह एक आम मिथक है कि गर्भाशय में सूजन केवल संक्रमण (जैसे बैक्टीरियल इंफेक्शन) के कारण होती है। हालांकि संक्रमण एक प्रमुख कारण हो सकता है, लेकिन गर्भाशय में सूजन के अन्य कारण भी हो सकते हैं, जैसे हार्मोनल असंतुलन, गर्भाशय की नसों का दवाब, एंडोमेट्रियोसिस (Endometriosis), फाइब्रॉएड्स (Fibroids), या यहां तक कि खराब जीवनशैली के कारण सूजन हो सकती है।

गर्भाशय की सूजन से गर्भधारण में परेशानी नहीं होती

यह मिथक है कि गर्भाशय की सूजन से गर्भधारण पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। एक्सपर्ट्स के अनुसार, गर्भाशय में सूजन या किसी भी प्रकार की गर्भाशय संबंधी समस्या से गर्भधारण में मुश्किलें हो सकती हैं। सूजन से गर्भाशय का वातावरण बदल सकता है, जिससे अंडाणु और शुक्राणु के मिलने में कठिनाई होती है या गर्भ के पूरी तरह से विकसित होने में समस्या हो सकती है।

गर्भाशय में सूजन का कोई इलाज नहीं है

कई महिलाएं मानती हैं कि गर्भाशय की सूजन का कोई इलाज नहीं है, जो कि गलत है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि सूजन का इलाज उपलब्ध है और यह उपचार सूजन के कारण पर निर्भर करता है। अगर सूजन संक्रमण के कारण है, तो एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाइयां दी जा सकती हैं। यदि सूजन हार्मोनल असंतुलन के कारण है, तो हार्मोनल उपचार की सलाह दी जाती है। गंभीर मामलों में सर्जरी भी एक विकल्प हो सकती है।

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गर्भाशय की सूजन का कोई संकेत नहीं होता

कई महिलाएं गर्भाशय की सूजन के लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि इसमें कोई खास लक्षण नहीं होते। लेकिन सूजन के कुछ सामान्य लक्षण होते हैं जैसे पेट में दर्द, मासिक धर्म की अनियमितता, रक्तस्राव, और दर्द या असहजता का अनुभव होना। अगर किसी महिला को इन लक्षणों का अनुभव होता है, तो उसे समय पर डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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गर्भाशय की सूजन केवल बड़ी उम्र की महिलाओं में होती है

यह भी एक मिथक है कि गर्भाशय की सूजन केवल 40 वर्ष से ऊपर की महिलाओं में होती है। हालांकि सूजन का जोखिम उम्र के साथ बढ़ सकता है, लेकिन यह किसी भी आयु की महिला को हो सकती है। युवा महिलाओं में भी यह समस्या हो सकती है, खासकर अगर उन्हें एंडोमेट्रियोसिस या फाइब्रॉएड्स जैसी समस्याएं हैं।

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