Vaishno Devi Landslide: जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने भयंकर तबाही मचाई है। खासतौर पर कटरा के निकट वैष्णो देवी मार्ग पर मंगलवार, 26 अगस्त को हुए भूस्खलन में अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है। बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में बेतहाशा वृद्धि हुई, जिससे कई इलाके जलमग्न हो गए और पहाड़ियों से चट्टानें, पेड़ और भारी पत्थर सड़कों पर गिर पड़े। इससे मार्ग अवरुद्ध हो गए और जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
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श्राइन बोर्ड ने उठाई शवों की जिम्मेदारी
श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने इस आपदा में मारे गए श्रद्धालुओं के शवों को उनके पैतृक स्थानों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ली है। बोर्ड की ओर से यह एक संवेदनशील और सहानुभूतिपूर्ण कदम माना जा रहा है, जिससे प्रभावित परिवारों को कम से कम अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार में कोई परेशानी न हो।
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घायलों का इलाज और अस्पतालों में व्यवस्था
बीजेपी सांसद जुगल किशोर शर्मा ने जानकारी दी कि 14 घायल श्रद्धालुओं का इलाज श्री माता वैष्णो देवी नारायण सुपरस्पेशलिटी अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल में सभी घायलों को बेहतर इलाज देने का प्रयास किया जा रहा है। मृतकों की संख्या बढ़कर 41 पहुंच चुकी है और कई इलाकों में राहत एवं बचाव कार्य अभी भी जारी हैं।
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सीएम उमर अब्दुल्ला ने की आर्थिक सहायता की घोषणा
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस त्रासदी में मारे गए लोगों के परिजनों के लिए 6 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। यह सहायता SDRF से 4 लाख और मुख्यमंत्री राहत कोष से 2 लाख रुपये के रूप में दी जाएगी। गंभीर रूप से घायलों को 1 लाख रुपये तथा मामूली रूप से घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे। इसके अलावा, हर जिला उपायुक्त को 10 करोड़ रुपये अग्रिम रूप से राहत एवं पुनर्वास कार्यों के लिए प्रदान किए गए हैं।
सभी विधायकों की आपात बैठक बुलाई गई
भारी तबाही को देखते हुए मुख्यमंत्री ने सभी विधायकों और जिला प्रशासन के अधिकारियों की आपात बैठक बुलाई। बीजेपी विधायक डॉ. नरिंदर सिंह ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता अब जरूरतमंदों तक राहत पहुंचाना और नुकसान का उचित आकलन करना है।
बीएसएफ जवान की शहादत
जम्मू के अखनूर सेक्टर में बुधवार, 27 अगस्त को गश्त कर रहे बीएसएफ कांस्टेबल राजीब नूनिया की अचानक आई बाढ़ में डूबने से मौत हो गई। वह प्रागवाल क्षेत्र में तैनात थे और तेज बहाव में बह गए। उनका शव बाद में खोज एवं बचाव अभियान के दौरान बरामद हुआ। बीएसएफ ने उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उनके साहस और समर्पण को सलाम किया और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की।
झेलम नदी का जलस्तर चेतावनी के पार
बारिश से हालात इतने बिगड़ गए हैं कि अनंतनाग और श्रीनगर में बहने वाली झेलम नदी का जलस्तर बाढ़ की चेतावनी के निशान को पार कर गया है। कई रिहायशी इलाकों में पानी घुस चुका है, जिससे हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। राहत कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए हैं।
