Vande Mataram Debate: लोकसभा में वंदे मातरम् की 150वीं वर्षगांठ पर आयोजित चर्चा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंडित जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पर कड़ी टिप्पणियां कीं। उन्होंने दावा किया कि वंदे मातरम् के टुकड़े करने में कांग्रेस का हाथ था और यह पंडित नेहरू के नेतृत्व में हुआ था। मोदी ने कहा, “कांग्रेस ने वंदे मातरम् को तोड़ा, और इसलिए एक दिन भारत के विभाजन के समय भी कांग्रेस ने झुकने की आदत बना ली।” उन्होंने कहा कि जब वंदे मातरम् का 100वां साल था, तब देश आपातकाल की स्थिति में था और संविधान का गला घोंट दिया गया था।
PM Modi Speech on Vande Mataram: Congress पर जमकर बरसे PM मोदी, बोले- ‘वंदे मातरम् के टुकड़े किए’
गौरव गोगोई का जवाब
इस बहस पर कांग्रेस के उप नेता गौरव गोगोई ने प्रधानमंत्री मोदी पर वंदे मातरम् को राजनीतिक रंग देने का आरोप लगाया। गोगोई ने कहा कि मोदी और भारतीय जनता पार्टी जितनी भी कोशिश कर लें, वे पंडित नेहरू के योगदान पर दाग नहीं लगा सकते। गोगोई ने यह भी कहा, “प्रधानमंत्री मोदी ने वंदे मातरम् पर चर्चा के दौरान कांग्रेस और पंडित नेहरू का नाम बार-बार लिया। यह पूरी बहस राजनीतिक उद्देश्य से की जा रही है।”
गोगोई ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने पहले ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर चर्चा के दौरान भी पंडित नेहरू का नाम 14 बार लिया और कांग्रेस का नाम 50 बार लिया। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा के राजनीतिक पूर्वजों ने स्वतंत्रता संग्राम में कोई खास योगदान नहीं दिया।
वंदे मातरम् का योगदान
गौरव गोगोई ने आगे बताया कि कांग्रेस ने हमेशा वंदे मातरम् का सम्मान किया और इसे अपनी पहचान माना। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले इस गीत का उद्घोष किया था और इसका विरोध मुस्लिम लीग और हिंदू महासभा ने किया था। गोगोई ने इस तथ्य को भी सामने रखा कि मौलाना अबुल कलाम आजाद ने भी वंदे मातरम् का समर्थन किया था, जबकि मुस्लिम लीग इसका विरोध कर रही थी।
पंडित नेहरू और वंदे मातरम्

प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी टिप्पणी में यह भी कहा कि जब पंडित नेहरू कांग्रेस के अध्यक्ष थे, तब मुस्लिम लीग के दबाव में आकर वंदे मातरम् के महत्व को खंडित किया गया। मोदी ने दावा किया कि यह वही समय था जब कांग्रेस को राष्ट्र गीत के प्रति अपने झुकाव से समझौता करना पड़ा था, और बाद में यही झुकाव देश के विभाजन का कारण बना।
संसद में वंदे मातरम् पर चर्चा का महत्व
यह बहस वंदे मातरम् के 150 वर्ष पूरे होने के अवसर पर हुई, जिसे प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय गीत के रूप में उसकी महत्ता को रेखांकित करते हुए संबोधित किया। पीएम मोदी ने कहा कि वंदे मातरम् ने भारतीयों को एकजुट किया और यह भारतीय संस्कृति का प्रतीक बन चुका है।
