Varanasi: सावन के पावन महीने में वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं और कांवड़ियों का भारी आगमन होता है।इस बार भी बड़ी संख्या में भक्त बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए काशी पहुंच रहे हैं।मंदिर प्रशासन और वाराणसी पुलिस ने दर्शन और सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किए हैं।
सावन माह में काशी विश्वनाथ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि,वे खाली पेट कतार में न लगें क्योंकि इससे चक्कर आने और कमजोरी की संभावना बढ़ जाती है।उन्होंने कहा,मंदिर परिसर में कुछ वस्तुओं के साथ जाने पर प्रतिबंध है जिसके कारण लेदर बेल्ट, बैग, मोबाइल फोन और स्मार्ट वॉच जैसी वस्तुएं अपने होटल या ठहरने की जगह पर ही छोड़ कर आएं।श्रद्धालुओं के लिए मंदिर में सुविधाओं की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की गई है।
यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम
वहीं वाराणसी के पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि,सावन के दौरान दर्शन प्रक्रिया को सुगम बनाने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं और कांवरियों के लिए डेडिकेटेड रूट्स तैयार किए गए हैं,जिन पर बैरिकेडिंग कराई गई है।इन रूट्स पर पुलिस चौकियां स्थापित की गई हैं और श्रद्धालुओं के रुकने की भी व्यवस्था की गई है।
ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से की जा रही निगरानी
पूरे मार्ग पर QRT (क्विक रिस्पांस टीम) तैनात की गई है और ड्रोन व सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जा रही है।काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र को 14 सेक्टरों में विभाजित किया गया है,ताकि भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा व्यवस्था बेहतर ढंग से लागू की जा सके।प्रशासन का प्रयास है किसी भी श्रद्धालु को दर्शन या यात्रा के दौरान किसी प्रकार की असुविधा न हो।
मंदिर परिसर में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था
मंदिर के प्रवेश द्वार और परिसर के हर प्वाइंट पर सुरक्षाकर्मी तैनात हैं, जिनमें स्थानीय पुलिस,स्पेशल कमांडोज और सादे कपड़ों में महिला पुलिसकर्मी शामिल हैं।मंदिर परिसर में कई सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं,जिनकी निगरानी कंट्रोल रूम से की जाती है।मंदिर की सुरक्षा के लिए एंटी-ड्रोन तकनीक का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।मंदिर में प्रवेश से पहले श्रद्धालुओं की गहन जांच की जा रही है, जिसमें उनके सामान की भी जांच शामिल है।