Vice President Election 2025: उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने बड़ा फैसला लिया है। गुरुवार को संसद भवन में हुई NDA संसदीय दल की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा को उम्मीदवार तय करने का अधिकार सौंपा गया। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की और सर्वसम्मति से एक प्रस्ताव पारित किया गया कि उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का चयन जेपी नड्डा करेंगे और अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री मोदी लेंगे। सूत्रों के मुताबिक, NDA 12 अगस्त को अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। अगर विपक्ष की ओर से कोई प्रत्याशी नहीं उतारा गया, तो एनडीए उम्मीदवार निर्विरोध चुने जा सकते हैं।
बैठक में शामिल हुए दिग्गज नेता
इस अहम बैठक में गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल, उपेंद्र कुशवाहा, जयंत चौधरी, चिराग पासवान, प्रफुल्ल पटेल, राम मोहन नायडू, श्रीकांत शिंदे, लल्लन सिंह, मिलिंद देवड़ा और कई अन्य प्रमुख नेता मौजूद रहे। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए अधिसूचना 7 अगस्त को जारी हो चुकी है। नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 21 अगस्त है, जबकि जांच 22 अगस्त को होगी। 25 अगस्त तक नाम वापस लिया जा सकता है। मतदान 9 सितंबर को संसद भवन के कक्ष F-101 (वसुधा) में सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक होगा और उसी दिन परिणाम घोषित कर दिए जाएंगे।
कितने सांसद डालेंगे वोट?
उपराष्ट्रपति चुनाव में लोकसभा के 543 और राज्यसभा के 245 सदस्यों को मिलाकर कुल 788 सांसद मतदान के पात्र होते हैं। हालांकि, वर्तमान में कुछ सीटें खाली हैं, जिससे कुल 782 सांसदों का निर्वाचन मंडल तैयार हुआ है। चुनाव जीतने के लिए किसी भी उम्मीदवार को 391 सांसदों का समर्थन (50%+1) जरूरी होगा। उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन दाखिल करते समय किसी भी उम्मीदवार को कम से कम 20 सांसदों का प्रस्ताव और 20 सांसदों का अनुमोदन अनिवार्य है। साथ ही ₹15,000 की जमानत राशि जमा करनी होती है। राज्यसभा महासचिव को रिटर्निंग अधिकारी और गरिमा जैन व विजय कुमार को सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया गया है।
क्यों खाली हुआ उपराष्ट्रपति का पद?
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों से इस्तीफा दे दिया था, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 जुलाई को स्वीकार किया। उनका कार्यकाल 2027 तक था। अब 17वें उपराष्ट्रपति का चुनाव 9 सितंबर को होगा, और उनका कार्यकाल 5 वर्ष का होगा। एनडीए ने रणनीतिक तरीके से उम्मीदवार चयन की जिम्मेदारी अपने शीर्ष नेतृत्व को सौंप दी है। अब सबकी नजरें 12 अगस्त पर टिकी हैं, जब एनडीए अपना पत्ता खोलेगा।
