Vice Presidential Election 2025:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेतृत्व वाले INDIA गठबंधन ने उपराष्ट्रपति पद के लिए न्यायमूर्ति वीर सुदर्शन रेड्डी को उम्मीदवार घोषित किया है। मंगलवार, 26 अगस्त को वे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ पहुंचे। यहां उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, कांग्रेस के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष अजय राय, सपा नेता शिवपाल सिंह यादव समेत अन्य नेताओं से मुलाकात की।रेड्डी के लखनऊ आगमन पर सपा मुख्यालय में उनका जोरदार स्वागत किया गया, जहां अखिलेश यादव ने स्वयं उन्हें स्वागत किया और पत्रकारों को संबोधित करते हुए उनके नामांकन को “न्याय की लड़ाई” से जोड़ा।
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“यह लड़ाई हार-जीत की नहीं, बल्कि संविधान और न्याय की है”
प्रेस वार्ता के दौरान अखिलेश यादव ने बी.एस. रेड्डी के प्रति आभार जताते हुए कहा, “मैं न्यायमूर्ति वीर सुदर्शन रेड्डी का हार्दिक स्वागत करता हूं। वे न्याय के प्रतीक हैं और जिस दौर में संविधान, न्याय और अधिकारों पर खतरा है, उस समय ऐसे व्यक्ति का प्रत्याशी बनना हमारी विचारधारा को मजबूत करता है।”उन्होंने कहा कि INDIA गठबंधन लगातार संविधान और न्याय के लिए संघर्ष कर रहा है, और ऐसे में उपराष्ट्रपति पद के लिए रेड्डी से बेहतर उम्मीदवार नहीं हो सकता।
“भाजपा विचारधारा के नाम पर पदों का दुरुपयोग कर रही है”
सपा प्रमुख ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर भी तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, “भाजपा उपराष्ट्रपति जैसे गैर-राजनीतिक और गरिमामय पद को भी एक विशेष विचारधारा से जोड़ने की कोशिश कर रही है। यह लोकतंत्र और देशहित के लिए सही नहीं है। हम अपने अधिकारों का प्रयोग करते हुए एक वैकल्पिक आवाज के रूप में बी.एस. रेड्डी को सामने ला रहे हैं।”
“अंतरात्मा की आवाज पर पड़े वोट” – सपा प्रमुख की अपील
अखिलेश यादव ने विपक्षी दलों और सांसदों से अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने की अपील की। उन्होंने कहा, “हमें भरोसा है कि जब वोटिंग होगी, तो हमारे प्रत्याशी को अंतरात्मा की आवाज पर वोट मिलेंगे और वह ऐतिहासिक बहुमत से उपराष्ट्रपति पद पर चुन लिए जाएंगे।”उन्होंने यह भी दोहराया कि यह सिर्फ एक चुनाव नहीं बल्कि विचारधाराओं की टकराहट है — एक ओर न्याय और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा करने वाला उम्मीदवार है और दूसरी ओर सत्ता के माध्यम से विचारधारा थोपने की कोशिश।
